राजस्थान में बेमियादी हड़ताल के बीच हज़ारों सफाईकर्मी ‘दो फाड़’! आया ये लेटेस्ट अपडेट | Rajasthan Sweeper Strike Jaipur City Hiring Process Personnel Performance Garbage Heaps

इधर, विरोध प्रदर्शन कर रहे सफाईकर्मियों को जब पता चला कि घर-घर कचरा संग्रहण नियमित रूप से हो रहा है तो सुबह 11 बजे के बाद इसको भी रुकवाने का प्रयास किया। कई वार्डों में हूपर रोक दिए गए। सीवर जेटिंग मशीन नहीं चलने दी और शहर की अधिकतर सड़कों पर झाड़ू तक नहीं लगी। मुरलीपुरा में तो घर-घर कचरा संग्रहण करने वाली वी केयर कम्पनी के हूपरों की तोड़फोड़ तक कर दी। हड़ताल के बाद परकोटे में सफाई व्यवस्था ढह गई। कई जगह कचरे के ढेर लग गए। बुधवार को ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय में संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ की सभा होगी।
2100 कर्मचारियों ने किया काम
दोनों नगर निगम में करीब छह हजार सफाईकर्मी हड़ताल पर रहे। वहीं, करीब 2100 सफाईकर्मियों ने नियमित रूप से काम किया। काम कर रहे सफाईकर्मी सरकार के फैसले का स्वागत कर रहे हैं और इन सभी का कहना है कि वर्ष 2018 के हिसाब से ही भर्ती की जाए।
आज होगी दिक्कत
मंगलवार को सुबह 11 बजे के बाद सफाईकर्मियों ने हूपर रोकना शुरू किए। ऐसे में ज्यादातर हिस्सों में हूपर कचरा उठाने का काम कर चुके थे। हालांकि, शाम को हूपर बाजारों में नहीं पहुंचने से सफाई व्यवस्था पटरी से उतर गई। हड़ताल कर रहे सफाईकर्मी बुधवार को हूपर नहीं चलने देने का ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में हो सकता है कि कई वार्डों में हूपर नहीं पहुंचें।
कार्रवाई करे निगम प्रशासन
जो सफाईकर्मी विरोध कर रहे हैं, उनके खिलाफ निगम प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। 2100 सफाईकर्मियों ने दोनों नगर निगम सीमा क्षेत्र में काम किया है। सरकार को भर्ती वर्ष 2018 की तरह ही करनी चाहिए।
– राकेश मीना, सफाईकर्मचारी नेता
राजस्थान में गरीबों को आवास देने लिए सरकार ने बनाया ये प्लान, लेकिन बिल्डर-डवलपर्स बने रोड़ा, जानिए पूरा मामला?
मांगें माने जाने तक जारी रहेगा धरना
जब तक मांग पूरी नहीं होगी, तब तक अवकाश लेकर सफाई कर्मचारी कार्य का बहिष्कार करेंगे। मस्टर रोल से भर्ती कराई जाए। साथ ही कोर्ट केस, नगर निगम में कार्य करने वालों और वाल्मीकि समाज के युवाओं को प्राथमिकता दी जाए। आचार संहिता में भर्ती प्रक्रिया को न रोका जाए।
– नंदकिशोर डंडोरिया, अध्यक्ष, संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ