जेद्दा जाने के लिए पहुंचा दिल्ली एयरपोर्ट, वैध वीजा-पासपोर्ट होने के बाद भी हुआ गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला

Delhi Airport: देहरादून में प्लंबर का काम करने वाले ज़ैनुल आबेदीन के लिए जिंदगी बेहद मुश्किल हो चली थी. कड़ी मेहनत के बावजूद वह अपने परिवार के लिए दो जून की रोटी का इंतजाम बड़ी मुश्किल से कर पा रहा था. अपने हालात से आजिज़ आ चुके ज़ैनुल आबेदीन ने एक दिन सउदी अरब में रहने वाले अपने एक अंकल को फोन किया और मदद की गुहान लगाई. ज़ैनुल आबेदीन के यह अंकल बीते कई वर्षों से सउदी अरब में रहकर काम कर रहे थे.
भतीजे की आपबीती सुनने के बाद अंकल ने जै़नुल को सउदी अरब आने की सलाह दी. उन्होंने जै़नुल को एजाज़ नाम के एक एजेंट का नंबर देकर उससे मिलने के लिए कहा. अपने अंकल के कहने पर ज़ैनुल ने एजाज़ से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान, एजाज़ ने जै़नुल को न केवल बहरीन होते हुए जेद्दा भेजने का वादा किया, बल्कि वहां नौकरी दिलाने का भी भरोसा दिलाया. इस काम के एवज में ज़ैनुल से एजाज़ से 1.30 लाख रुपए की डिमांड भी रख दी.
बेहतर जिंदगी की आस में अपने तमाम दोस्तों और रिश्तेदारों से रुपयों की व्यवस्था कर ज़ैनुल ने अपने पासपोर्ट के साथ 1.10 लाख रुपए एजाज़ को सौंप दिए. वहीं, रुपए मिलने ही एजाज़ वर्क वीजा और यात्रा के अन्य बंदोबस्त में लग गया. कुछ ही दिनों के बाद, एजाज़ ने वर्क वीजा के साथ ज़ैनुल को उसका पासपोर्ट सौंप दिया. देखते ही देखते जेद्दा जाने की तारीख भी सामने आ गई और वह अपनी पूरी तैयारी के साथ आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री पहुंच गया.
यह भी पढ़ें: CISF की वर्दी में एयरपोर्ट पहुंची थी युवती, हरकतें देख इंटेलीजेंस टीम को हुआ शक, पूछताछ में हुआ यह बड़ा खुलासा … टर्मिनल टू के करीब स्थिति स्टाफ कैंटीन के पास सीआईएसएफ की कैमोफ्लॉज यूनिफॉर्म में एक युवती घूम रही थी. इस युवती को हरकतों को देखकर सीआईएसएफ इंटेलीजेंस के अधिकारी को समझने में देर नहीं लगी कि कुछ न कुछ गड़बड़ हैं. जिसके बाद, इस संदिग्ध युवती को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू हुई और पता चला कि… आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें.
… जब ज़ैनुल मंडराने लगे मुसीबत के बादलआईजीआई एयरपोर्ट पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी के अनुसार, आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचने के बाद ज़ैनुल ने गल्फ एयर की फ्लाइट GF-135 में चेक-इन कराया और इमीग्रेशन जांच के लिए आगे बढ़ गया. इमीग्रेशन जांच के दौरान ज़ैनुल का पासपोर्ट और वीजा दोनों वैध पाए गए. लेकिन इस बीच, इमीग्रेशन अधिकारी को पासपोर्ट में कुछ ऐसा नजर आ गया, जिसे देख उसकी आंखें वहीं ठिठक गईं. और, यही से ज़ैनुल के ऊपर मुसीबत के बादल मंडराने लगे.
यह भी पढ़ें: अजीब थीं विदेशी शख्स की हरकतें, शक होने पर CISF ने खुलवाया बैग, अंदर से निकली ऐसी चीज, फटी रह गईं सबकी आंखें… दिल्ली एयरपोर्ट में दाखिल होने के साथ इस विदेशी शख्स पर सीआईएसएफ इंटेलीजेंस प्रोफाइलर्स की आंखे टिक गईं थी. शक पुख्ता होने के बाद जब विदेशी नागरिक के बैग की तलाशी ली गई, तो उसके भीतर से ऐसी चीज निकली, जिसे देखकर सबकी आंखें खुली की खुली रह गईं. पूरी खबर के लिए क्लिक करें.
… और ज़ैनुल के पासपोर्ट से मिल गया सुरागडीसीपी उषा रंगनानी के अनुसार, जांच के दौरान इमीग्रेशन ब्यूरो के अधिकारी ने पाया कि ज़ैनुल के पासपोर्ट से पेज नंबर 13 से लेकर 24 तक सभी पेज नदारद थे. जब इस बाबत ज़ैनुल से पूछा गया तो उसने किसी भी तरह की जानकारी होने की बात से इंकार कर दिया. प्रारंभिक पूछताछ में जै़नुल सिर्फ यह बता सका कि विदेश भेजने में एजाज़ नामक एक एजेंट उसकी मदद कर रहा है. वर्क वीजा के लिए उसने पासपोर्ट एजाज़ को सौंपा था, मिसिंग पेज के बारे में वह ही बता सकता है.
यह भी पढ़ें: महिला के साथ एयरपोर्ट में हुआ दाखिल, CISF को चकमा देने की थी साजिश, अचानक पलटा पूरा खेल, भारी पड़ गई होशियारी… आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने इस शख्स की पहचान पंजाब के लुधियाना निवासी जसकरण बंथ के रूप में की है. एयरपोर्ट पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर इस शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. इस शख्स के साथ आई महिला कौन थी और यह किस इरादे से टर्मिनल में दाखिल हुआ था, जानने के लिए क्लिक करें.
… और देखते ही देखते हो गई ज़ैनुल की गिरफ्तारप्रारंभिक पूछताछ के बाद ज़ैनुल को आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया. वहीं आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस ने ज़ैनुल के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और पासपोर्ट एक्ट की धारा 12 के तहत एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.
Tags: Airport Diaries, Airport Security, Aviation News, Business news in hindi, CISF, Delhi airport, Delhi police, IGI airport
FIRST PUBLISHED : May 11, 2024, 19:50 IST