राम मंदिर में दिखेगी राजस्थान के इस खास पत्थर की झलक, दुनियाभर में अपनी सुंदरता के लिए है फेमस

मनीष पुरी/भरतपुर. अयोध्या मंदिर का निर्माण श्री राम जन्मभूमि पर तेजी से चल रहा है. मंदिर सुप्रसिद्ध नागर शैली में बनाया जाएगा, जिसके नीम के लिए दक्षिण भारत के ग्रेनाइट पत्थर का इस्तेमाल किया गया है. अयोध्या के इस राम मंदिर में राजस्थान के कई स्थानों से भी पत्थर और अन्य सामग्री जा रही है. वहीं, राजस्थान के कारीगर भी इसके निर्माण में जुटे हैं. मंदिर के दृश्य भाग में सतह से ऊपर बादामी रंग के बलुआ पत्थर का उपयोग किया जा रहा है. यह बलुआ पत्थर राजस्थान के भरतपुर क्षेत्र में मिलता है. अपने रंग के कारण यह काफी खास है.
बंसी पाल सेंडस्टोन के नाम से विख्यात यह बलुआ पत्थर बयाना के बंसी पहाड़पुर खनन क्षेत्र से राम मंदिर अयोध्या के लिए भेजा जा रहा है. नागर शैली में बन रहे इस मंदिर को उत्तर भारतीय कार्यकारों द्वारा सेंडस्टोन पर नक्काशी कर भव्य स्वरूप प्रदान किया जा रहा है. इसके लिए बयाना के बंसी पहाड़पुर का प्रसिद्ध पत्थर यहां से अयोध्या के लिए रवाना किया जा रहा है.
इसके लिए पत्थर पर बारीक नक्काशी के लिए पूरे देश में विख्यात उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार राजस्थान, मध्य प्रदेश के कारीगरों के कई दल दिन और रात एक कर अपने काम में लगे हुए हैं. राम मंदिर निर्माण का कार्य जोरों शोरों से चल रहा है. राम मंदिर निर्माण के कार्य को पूरा और मंदिर को देखने के लिए देश के सभी लोग आकर्षित है. बयाना के बंसी पहाड़पुर के बादामी बलुआ पत्थर पर नगर शैली बनाकर पत्थरों को राम मंदिर के लिए भेजा जा रहा है. भरतपुर के लिए बड़े गर्व की बात है कि भगवान श्री राम मंदिर के लिए यहां का पत्थर जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : October 16, 2023, 12:48 IST