रिक्त भर्तियों को पूरा किए जाने की मांग | Demand to fill vacancies

शिक्षा विभाग की भर्तियों को लेकर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला और प्रयोगशाला सहायक भर्ती 2018 और पंचायती राज एलडीसी भर्ती 2013 को लेकर बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ से मुलाकात की।
जयपुर
Published: December 15, 2021 12:08:07 am
रिक्त भर्ती प्रक्रिया को पूरा किए जाने की मांग
शिक्षामंत्री और बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष से की मुलाकात
जयपुर।
शिक्षा विभाग की भर्तियों को लेकर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला और प्रयोगशाला सहायक भर्ती 2018 और पंचायती राज एलडीसी भर्ती 2013 को लेकर बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ से मुलाकात की। यादव ने शिक्षामंत्री से कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती,फस्र्ट ग्रेड,सेकंड ग्रेड, पीटीआई भर्ती की विज्ञप्ति जल्द से जल्द जारी करवाने, स्कूल व्याख्याता भर्ती में 689 पदों जोडऩे, रीट 2021 में पद बढ़ाने, विशेष शिक्षकों आदि की भर्ती किए जाने सहित कई मांगों को ेलकर मुलाकात की। वहीं बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ से प्रयोगशाला सहायक भर्ती 2018 और पंचायती राज एलडीसी भर्ती 2013 को बात की। उपेन यादव ने बताया कि राठौड़ ने इस संबंध में वित्त विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा से भेंट की है।
अरोड़ा ने उन्हें बताया कि प्रयोगशाला सहायक भर्ती 2018 की चयन सूची अगले सप्ताह में जारी हो ाजएगी जबकि एलडीसी पंचायतीराज भर्ती 2013 के लिए कैबिनेट से अनुमोदन के लिए भेजा जा रहा है और इसी महीने में नियुक्ति प्रक्रिया का कैलेंडर जारी हो जाएगा।

रिक्त भर्तियों को पूरा किए जाने की मांग
‘हैप्पी नगरी’ जागरुकता कार्यक्रम आयोजित जयपुर। स्वस्थ और तेज दिमाग की चाहत हर किसी की होती है और कहा भी गया है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन निवास करता है। मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सेंट विल्फ्रेड पीजी कॉलेज में ‘हैप्पी नगरी’ एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें कॉलेज के सभी शिक्षकों व विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। इस दौरान विद्यार्थियों को अलग-अलग एक्टिविटी के माध्यम से साइकोलॉजिकल मेडिटेशन कराया गया। विद्यार्थियों को मानसिक मजबूती के लिए टिप्स दिए गए। विभिन्न एक्टीविटी के माध्यम से यह बताया गया कि मानसिक स्वास्थ्य का अर्थ है मन को स्वस्थ रखना। यह एक सकारात्मक अर्थ को दर्शाता है कि हम कैसा महसूस करते हैं, सोचते हैं और कार्य करते हैं, जो जीवन का आनंद लेने की क्षमता में सुधार करता है। शरीर की तरह हमारा मन भी बीमार हो सकता है और उसको पूरी देखभाल की जरूरत होती है। हमें बुखार हो या सिरदर्द, किसी भी शारीरिक बीमारी के लक्षण दिखते ही हम तुरंत डॉक्टर से सलाह लेते हैं, लेकिन यह भूल जाते हैं कि शरीर की तरह हमारा मन भी बीमार हो सकता है।
सस्था के मानद् सचिव ने केशव बड़ाया ने कहा कि मनुष्य अपने विकसित मस्तिष्क के कारण जीवन को नियंत्रित करने में सक्षम रहा है। इसलिए, एक आदमी के लिए अपने शरीर और दिमाग दोनों को फिट और स्वस्थ रखना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार के पूर्वाग्रह से ग्रसित नहीं होना चाहिए। सकारात्मक सोच के साथ पढाई करें और क्रोध को त्यागें, क्योंकि सोच का असर सीधा दिमाग पर होता है। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए सुबह व्यायाम और योग करना जरूरी है।
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