लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान कांग्रेस में फिर आपसी कलह, दो दिग्गज नेताओं ने आलाकमान को दिखाई आंख | Manvendra Singh and Amin Khan raised questions on Sunil Parihar and Fateh Khan return to Congress
जेल में बंद राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज नेता की मुश्किलें बढ़ी, जानिए क्यों बनाया दो परिवारों को बंधक
निष्कासन के बाद छः वर्ष की अवधि काफी जल्दी बीत गई! pic.twitter.com/P2hfrdasfQ
— Manvendra Singh (@ManvendraJasol) March 22, 2024
परिहार ने मानवेंद्र के खिलाफ लड़ा था चुनाव
मानवेंद्र सिंह ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए अपने नाराजगी जाहिर की और लिखा कि निष्कासन के बाद 6 वर्ष की अवधि काफी जल्दी पूरी हो गई। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेहद करीबी माने जाने वाले सुनील परिहार ने सिवाना सीट पर मानवेंद्र के खिलाफ चुनाव लड़ा था। त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा के उम्मीदवार हमीर सिंह भायल जीत गए थे। हालांकि तब पार्टी ने सुनील परिहार को 6 वर्ष की अवधि के लिए निष्कासित कर दिया था, लेकिन अब लोकसभा चुनाव को देखते हुए उनका निष्कासन रद्द कर दिया गया है।
राजस्थान के नवम्बर 2023 विधानसभा चुनावों में जिन लोगों ने कांग्रेस पार्टी से बग़ावत कर निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ पार्टी के उम्मीदवारों को हराने का काम किया, उनको पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। लेकिन उन्हें हाल ही में तीन महीने के भीतर ही पार्टी में 1/n pic.twitter.com/mMwkRJ8ENX
— Amin khan (@Aminkhaninc) March 22, 2024
अमीन खान ने फतेह खान की घर वापसी पर उठाए सवाल
इधर, शिव से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले फतेह खान की घर वापसी पर कांग्रेस के कद्दावर नेता अमीन खान ने नाराजगी जाहिर की है। साथ ही उन्होंने सोशल साइट एक्स पर एक पोस्ट करते हुए अपनी पीड़ा बयां की। अमीन खान ने लिखा कि विधानसभा चुनाव में जिन लोगों ने कांग्रेस से बगावत की, उनको पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। लेकिन, तीन महीने के भीतर ही उनकी घर वापसी हो गई। पार्टी के इस फैसले से कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि टिकट वितरण में भी मुस्लिम कौम को नजर अंदाज किया जा रहा है।
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