सदन में संग्राम: मणिपुर मामले पर सदन में नारेबाजी और हंगामा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मणिपुर मामले पर सदन में नारेबाजी और हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक और राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगाया।
सदन की कार्यवाही स्थगित होने से पहले पक्ष विपक्ष के सदन सदस्यों के बीच बयानों की गहमागहमी बनी रही। राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा हम चाहते हैं कि आज दोपहर 2 बजे संसद में मणिपुर पर चर्चा हो। वे (विपक्ष) सदस्यों को दी गई स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है। लेकिन वे (विपक्ष) पहले ही सदन के 9 महत्वपूर्ण दिन खराब कर चुके हैं।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने चर्चा को लेकर कहा कि सदन के अंदर आएं और चर्चा में भाग लें। सरकार पहले दिन से चर्चा के लिए तैयार है। विपक्ष की ऐसी क्या मजबूरी है कि वे चर्चा से भाग रहे हैं,साफ दिखता है कि वे चुनावी वर्ष में सिर्फ राजनीति करने का काम कर रहे हैं।
विपक्षी सांसदों ने सरकार को घेरने के लिए कई मुद्दों को लेकर सदन में नोटिस दिया गया। जिनमें कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने चीन के साथ सीमा स्थिति पर चर्चा की मांग करते हुए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। वहीं राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा, मनोज झा, अमरेंद्र धारी सिंह, प्रमोद तिवारी, इमाम प्रतापगढ़ी, संदीप पाठक, राजीव शुक्ला, के केशव राव, वद्दीराजू रवि चंद्रा, जोगिनापल्ली संतोष कुमार, रंजीत कुमार ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए राज्यसभा में कार्य निलंबन नोटिस दिया।
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने मणिपुर मामले पर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व सभी सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों को वहां (मणिपुर) के हालात का जायज़ा लेने के लिए जाना चाहिए। हम बिहार और पश्चिम बंगाल पर भी चर्चा करने के लिए तैयार हैं। सरकार को जल्द से जल्द अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करानी चाहिए। हमें अन्य मुद्दों पर चर्चा करने पर कोई दिक्कत नहीं है लेकिन उन्हें पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करानी चाहिए।