Sports

साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान का अजीब बयान, टेस्ट खेलने के बहुत मौके मिलेंगे, SA20 तो सिर्फ 4 हफ्ते ही चलेगा

केपटाउन. भारतीय क्रिकेट टीम साउथ अफ्रीका दौरे को खत्म करके भारत पहुंच चुकी है लेकिन इसको लेकर चर्चा अब तक जारी है. सिर्फ दो मैचों की टेस्ट सीरीज क्यों कराई गई इसको लेकर कई दिग्गज अपनी राय दे चुके हैं. पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने कहा कि एसए20 के लिए केवल चार हफ्ते की विंडो है और दक्षिण अफ्रीकी टेस्ट क्रिकेट इसके साथ सिर्फ सह अस्तित्व में ही नहीं रह सकता बल्कि पूरे साल खेला जा सकता है.

क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ‘अनकैप्ड’ (जिसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला हो) नील ब्रांड की अगुआई में दूसरी दर्जे की टेस्ट टीम न्यूजीलैंड भेज रहा है क्योंकि इस दौरे की तारीख एसए20 के दूसरे सत्र के साथ पड़ रही हैं. एसए20 की सभी छह फ्रेंचाइजी आईपीएल टीम के मालिकों की हैं.

क्या SA20 और दक्षिण अफ्रीकी टेस्ट टीम सह अस्तित्व में रह सकती हैं?

इस पर SA20 लीग के आयुक्त स्मिथ ने पीटीआई से कहा, ‘‘एसए 20 साल में चार हफ्ते की है और निश्चित तौर पर एक या दो चुनौतियां होंगी और यह आदर्श नहीं है. इसे हर सत्र में बेहतर से बेहतर होना चाहिए. दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट ने प्रतिबद्धता दी है कि एसए20 इसके भविष्य का बड़ा हिस्सा है और इसे सफलता के लिए सर्वश्रेष्ठ मौका देता है. मेरा मानना है कि साल के सिर्फ चार हफ्ते ही इसमें चाहिए और टेस्ट क्रिकेट खेलने का काफी मौका होगा.’’

South Africa India Cricket

भारतीय टीम अगली टी20 सीरीज अफगानिस्तान के खिलाफ खेलेगी. (AP Photo/Halden Krog)

सीएसए की इस लीग में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है और प्रसारकों की राशि भी इसकी आर्थिक स्थिति के लिए महत्वपूर्ण है. एबी डिविलियर्स ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘‘मैं इससे खुश नहीं हूं कि सीरीज में तीसरा टेस्ट नहीं था. आपको इसके लिए टी20 क्रिकेट को जिम्मेदार ठहराना होगा जो दुनिया भर में खेली जा रही हैं. मैं नहीं जानता कि किसे दोषी ठहराया जाये लेकिन मैं समझता हूं कि कुछ तो गलत है. अगर आप सभी टीमों को प्रतिस्पर्धा करते हुए देखना चाहते हो और दुनिया में कौन सर्वश्रेष्ठ टीम है, यह देखना चाहते तो कुछ तो बदलाव करना होगा.’’

Tags: Graeme Smith, India vs South Africa

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj