सिर्फ एक बटन दबाने से इंडियन टायलेट बनेगा वेस्टर्न, पीएम मोदी ने किया सम्मानित
रवीन्द्र सिंह राव
जयपुर के चंपापुरा गांव निवासी किसान के बेटे सायर चौधरी ने विपरीत परिस्थितियों में इंजीनियरिंग करने के बाद बीस से भी अधिक घरेलू उपयोग में आने वाली वस्तुओं का ऐसा नवीन आविष्कार किया जो बिरले ही कर सकते हैं। युवा वैज्ञानिक सायर चौधरी ने 20 प्रोडक्ट का पेटेंट के लिए आवेदन भी किया है।
जयपुर जिले के कालवाड़ तहसील के चम्पापुरा गांव निवासी किसान लालाराम गौलाड़ा के पुत्र सायर चौधरी हाल कृष्णाकुंज गोकुलपुरा करधनी को बचपन से ही अपने घर पर खोजपरक उपकरण बनाने का शौक था। इसके बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। सायर ने एक ऐसा टॉयलेट विकसित किया जो शौचालय में दिव्यांगों के लिए बटन से इंडियन टॉयलेट से वेस्टर्न और वेस्टर्न से इंडियन टॉयलेट में तब्दील होता है।
दिव्यांगों के लिए बनाए गए इस टॉयलेट के लिए युवा वैज्ञानिक सायर चौधरी को वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मानित किया था। पिछले कुछ साल में सायर चौधरी ने ऐसे ग्लास, कप, डिस्पोजल ग्लास, कॉफी मग आदि बनाए जिनकी खासियत यह रही कि इन में डाला जाने वाला लिक्विड पदार्थ इनके गिरने व मुंह खुला रहने पर भी बाहर नहीं आता।
अब सायर ने विभिन्न प्रकार की पानी की ऐसी बोतलें बनाई हैं जिनसे उल्टा करने पर भी पानी बाहर नहीं आता। पानी की बोतलों की खासियत यह है कि होठ व अंगुली छूने पर ही इससे पानी निकलता है अगर ऐसा नहीं किया तो एक बूंद भी पानी की बाहर नहीं आएगा। चाहे इसे कितना ही उल्टा रख दें। सायर चौधरी की आविष्कारित इस बोतल को खरीदने के लिए कई कंपनियों से ऑफर आ रहे हैं। युवा सायर चौधरी ने लिप्स एवं फिंगर कंट्रोल टेक्नोलॉजी से कॉपर, स्टील की बोतलें बनाई हैं।
पानी की होगी बचत
27 साल की उम्र में 20 से ज्यादा पेटेंट के लिए फाइल अप्लाई की हैं। नया आविष्कार साधारण बोतल को अनोखा रूप देता है। इसकी टेक्नोलॉजी से अब पानी नहीं निकलेगा। आप पानी पीएंगे तो ही बोतल से पानी आएगा इसमें फिंगर और लिप्स कंट्रोल टेक्नोलॉजी काम करती है जिसको जीरो स्पिल नाम दिया गया है। इससे पानी की बचत होने के साथ कोई भी कहीं भी आसानी से पानी पी सकता है।
सायर चौधरी, (युवा वैज्ञानिक) चम्पापुरा
चल रहा है काम
चम्पापुरा के प्रतिभाशाली युवा सायर चौधरी ने जीरो स्पिल टेक्नोलॉजी के तहत लिप्स एवं फिंगर कंट्रोल तकनीक से बनाई गई लिक्विड कंटेनर (बोतल) का डेमो दिया। सायर चौधरी का कहना है कि निकट भविष्य में वह अन्य दैनिक काम में आने वाली वस्तुओं एवं उपकरणों का नवीन तकनीकी से रिसर्च किया जा रहा है। सामान्य परिवार से निकले सायर चौधरी की इस उपलब्धि पर परिवार ही नहीं पूरे गांव को फक्र है।