'स्टार्टअप सिर्फ आइडिया ही नहीं, बेहतर भविष्य की बुनियाद भी'
जयपुर। स्टार्टअप सिर्फ आइडिया नहीं, बल्कि बेहतर भविष्य की बुनियाद भी है। इनमें ऐसे युवा जुड़े हैं, जिन्होंने रोजगार के परंपरागत रास्तों को लक्ष्य बनाने की बजाय कुछ अलग सोचा और एक स्टार्टअप के जरिए अपने शानदार भविष्य की बुनियाद तैयार कर ली। इसलिए जब भी कोई आइडिया आए, उसे भविष्य के साथ जोड़े और आगे बढ़ते जाएं। इन्वेस्टमेंट राजस्थान सम्मिट में आयोजित कॉनक्लेव में आए नामचीन स्टार्टअप के फाउंडर्स ने युवाओं को आइडिया को बिजनेस में बदलने के गुर सिखाए।
इस दौरान तीन यूनिकॉर्न स्टार्टअप फिजिक्सवाला, कार देखो और नो-ब्रोकर के फाउंडर व को-फाउंडर भी पहुंचे। इनके स्टार्टअप यूनिकॉर्न (ऐसा स्टार्टअप जिसकी वेल्यूएशन 8200 करोड़ से ज्यादा हो) बने। कॉनक्लेव में पहुंचे शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला ने कहा कि प्रदेश में प्रतिभा और पूंजी दोनों की कमी नहीं है, लेकिन साहस की कमी नजर आती है। युवाओं को अब रिस्क लेकर आगे बढऩा होगा। इस मौके पर 65 स्टार्टअप को 3.22 करोड़ रुपए की सहायता दी गई। कार्यक्रम में मुख्य सचिव उषा शर्मा, वित्त विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा भी मौजूद रहे।
1. बकरी बेचकर पढ़ा और आइआइटी में दाखिला
फिजिक्सवाला स्टार्टअप के को-फाउंडर प्रतीक माहेश्वरी (मूल निवासी ब्यावर) ने कहा कि कुछ कर गुजरने की ललक से परिणाम सकारात्मक मिलता है। उन्होंने बताया कि राजस्थान के एक परिवार के पास बच्चे को पढ़ाने के लिए पैसे नहीं थे। उसके पास एक बकरी थी, जो 5 हजार में बेची। चार हजार में ऑनलाइन कोर्स से जुड़ा और फिर बच्चे ने परीक्षा पास कर आइआइटी में दाखिला लिया।
2. सफलता का शॉर्टकट नहीं
कार देखो स्टार्टअप के सीओओ अनुराग जैन (जयपुर निवासी) ने सफलता का शॉर्टकट रास्ता नहीं है। यदि आप फेल हो गए तो यकीन मानिए यह सीखने की सीढी है। इस सीढी पर चढ़ो, हो सकता है लडख़ड़ाओगे लेकिन अंतिम पायदान पर पहुंच जाओगे। आज ज्यादातर युवाओं को सफल स्टार्टअप में चकाचौंध तो नजर आती है, लेकिन यहां तक पहुंचने की यात्रा को समझ नहीं पाते। सफलता के लिए इसे समझना होगा।
3. जमीन पर बैठकर पढ़ाया पाठ
नो-ब्रोकर स्टार्टअप के फाउंडर अखिल गुप्ता (मूल निवासी कोटा) सेशन खत्म होने के बाद बाहर आए। यहीं जमीन पर बैठकर युवाओं को स्टार्टअप से जुड़े हर पहलु की जानकारी देते रहे। जब दूसरे लोगों ने यह देखा तो वे भी वहीं बैठकर क्लास का हिस्सा बन गए। गुप्ता ने बताया कि कोई भी आइडिया आया हो, उसे हल्के में ना लें। उसे अपनों के साथ शेयर करें। हो सकता एक आइडिया आपकी तकदीर बदल दे।
इन्होंने भी रखी बात
डाटा इनजिनियस ग्लोबल के सीईओ अजय डाटा, राजस्थान एंजल इनोवटर्स नेटवर्क के निदेशक महावीर शर्मा ने भी युवाओं की जिज्ञासा शांत की।