कोटा में लव अफेयर बड़ा इश्यू, आते हैं पढ़ने, कर बैठते हैं प्यार और फिर… पुलिस से लेकर मां-बाप तक परेशान

हाइलाइट्स
कोटा में छात्र-छात्राओं के खुदकुशी और घर छोड़कर भागने के मामले में लव अफेयर ज्यादा असरदार.प्रेम में असफल होने पर बच्चों द्वारा उठाए जा रहे कदम के चलते पुलिस और घरवाले दोनों परेशान हैं.
कोटाः कोचिंग सिटी कोटा पढ़ने आ रहे लड़के-लड़कियां अब अपने घरवालों और पुलिस वालों के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं. हाल ये है कि आए दिन लड़के-लड़कियां या तो खुदकुशी कर रहे हैं या फिर लापता हो रहे हैं और इसका कारण केवल पढ़ाई का प्रेशर ही नहीं है. बल्कि कुछ मामलों में अफेयर की भी बातें सामने आई हैं. प्यार में असफल होने के चलते घर छोड़कर भागने या फिर खुदकुशी जैसे खतरनाक कदम उठा रहे हैं. ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें प्रेम-प्रसंग की बातें आई हैं…
लड़की से शादी कराने की जिद्द को लेकर नाराज हो गया छात्रहाल ही में पश्चिम बंगाल का रहने वाला नाबालिग लड़का कोटा के विज्ञान नगर इलाके में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था. वह बीते 2 मई को घर से कोटा आया और 5 मई को उसने नीट की परीक्षा दी. इसके बाद वह करीब 25 दिन तक कोटा में रहा और फिर 31 मई को लापता हो गया. हॉस्टल में उसने कोचिंग जाने की बात कही और फिर गायब हो गया. इसके दौरान उसने अपने पापा को मोबाइल पर मैसेज भी भेजा कि मेरी उस लड़की से शादी करवा दो तभी मैं वापस लौटूंगा. हालांकि जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो जानकारी मिली की वह पश्चिम बंगाल में ही है. इसके बाद परिजनों ने उसे ढूंढ निकाला.
छात्र ने खुद को बताया था विष्णु का अवतारबीते साल कोटा शहर में प्रेम प्रसंग में एक छात्र ने खुदकुशी कर ली थी. वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का रहने वाला था. वह कोटा में रहकर मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रहा था. पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें प्रेम प्रसंग की बात लिखी गई थी. साथ ही मृतक छात्र रणजीत ने खुद को विष्णु का अवतार बताया था.
छात्रा ने प्रेम प्रसंग के चलते उठाया था खौफनाक कदम2023 के सितंबर महीने में भी एक कोचिंग छात्रा प्रियम सिंह ने खुदकुशी कर ली. पुलिस को प्रियम सिंह का मोबाइल चैट मिला था, जिसमें उसने सल्फास खाने के बाद अपने किसी दोस्त को मैसेज कर कहा था कि मैंने सल्फास खा लिया है, उसने मुझे छोड़ दिया है, अब मैं जीकर क्या करूंगी. हालांकि छात्रा के परिजनों ने कोचिंग संस्थान पर दबाव बनाने का आरोप लगाया था. छात्रा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की रहने वाली थी.
पिछले 4 साल में 53 खुदकुशी के मामलेबता दें कि साल 2022 में तत्कालीन गहलोत सरकार ने बताया था कि कोटा संभाग में विगत 4 वर्षों 2019 से लेकर 2022 में स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर के विद्यार्थियों की आत्महत्या के कुल 53 मामले दर्ज हुए हैं. दरअसल, विधायक पानाचंद मेघवाल की तरफ से कोटा संभाग में कोचिंग छात्रों के आत्महत्या के मामलों को लेकर 24 जनवी, 2023 को विधानसभा में प्रश्न पत्र लाया गया था. इसमें सरकार ने माना कि छात्र-छात्राओं में आत्म विश्वास की कमी, आर्थिक तंगी, ब्लैक मेलिंग और प्रेम-प्रसंग खुदकुशी की बड़ी वजह हैं.
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FIRST PUBLISHED : June 13, 2024, 12:08 IST