होली पर केमिकल रंगों से बचे, अन्यथा जा सकती है आंखों की रोशनी : डॉ नगेंद्र शेखावत | Avoid chemical colors on Holi, otherwise you may lose your eyesight

यह केमिकल युक्त रंग आंखों में खतरनाक असर डाल सकते है। जिसका गहरा असर आंखों पर हो सकता है। यहां तक की आंखों की रोशनी भी जा सकती है। इसलिए रंगों को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए। कोशिश करनी चाहिए कि लोगों को प्राकृतिक यानी हर्बल रंगों से होली खेले। केमिकल युक्त कलर से होली खेलने से बचे।
एसएमएस अस्पताल के सीनियर प्रोफेसर डॉ. नगेंद्र शेखावत का कहना है कि होली पर बाजार में केमिकल वाले रंगों की भरमार है। आंखों में इन रंगों के जाने से लाल हो जाती हैं। चेहरे पर जलन भी हो सकती है। केमिकल वाले रंग मुंह में जाने से एलर्जी और चेहरा खराब भी हो सकता है। रंग और पानी भरे गुब्बारे की चोट से आंखों में गहरी चोट लग सकती है।
डॉ शेखावत ने बताया कि अगर आंखों में कोई भी रंग चला गया है तो सबसे पहले लोगों को उस व्यक्ति की आंखों को बाहर से सूखे कपड़े से साफ करना चाहिए। ताकी सूखा रंग उतर जाए। इसके बाद आंखों में पानी डालकर धोना चाहिए। फिर डॉक्टर को दिखाना चाहिए। आंखों के मामले में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। अन्यथा रोशनी जाने का खतरा भी हो सकता है। इसके अलावा रंगों का शरीर के अन्य भागों पर भी दुष्प्रभाव हो सकता है। इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि केमिकल वाले रंगों को खेलने से बचा जाए।
— प्राकृतिक रंगों से होली खेलें।
— आंखों में रंग जाने पर रगड़े नहीं बल्कि साफ पानी से धोएं।
— बिना चिकित्सकीय सलाह के कोई भी क्रीम या दवाइयां न लगाएं।
– रंग खेलने से पहले हाथ और चेहरे पर नारियल, सरसों का तेल या कोई जैली लगा लें।
– रंगों को साबुन से कतई न छुड़ाएं, एलर्जी होने का खतरा रहता है।
– बच्चों की आंखों को बचाने के लिए उन्हें सुरक्षात्मक चश्मे पहनाएं।