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0-5 साल से कम उम्र के बच्चों में बढ़ता है निमोनिया का खतरा, लक्षण को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने दी अहम जानकारी

Last Updated:November 14, 2025, 20:16 IST

Pneumonia Symptoms And Prevention: विश्व निमोनिया दिवस पर स्वास्थ्य विभाग रायगढ़ द्वारा 0-5 वर्ष के बच्चों के अभिभावकों को निमोनिया के कारण, लक्षण और बचाव संबंधी जानकारी दी गई. विभाग ने बताया कि खांसी, तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ इसके प्रमुख लक्षण हैं. आइए जान लेते हैं ज्यादा जानकारी. कम उम्र के बच्चों में बढ़ता है निमोनिया का खतरा, इन लक्षणों को न करें इग्नोरनिमोनिया के लक्षण एवं उपाय पर स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी

Pneumonia Symptoms And Prevention: विश्व निमोनिया दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता अभियान के माध्यम से 0 से 5 वर्ष के अभिभावकों को निमोनिया के कारण, लक्षण एवं उसके बचाव के संबंध में जानकारी दी गई. जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.भानू प्रताप पटेल ने बताया कि 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में निमोनिया मृत्यु का एक प्रमुख कारण है, जबकि यह पूर्णतः रोके जाने योग्य रोग है. बच्चों में खांसी, तेज बुखार, सांस लेने में कठिनाई, पसलियों का अंदर धंसना जैसे लक्षण निमोनिया के संकेत हैं. ऐसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत स्वास्थ्य संस्थान में जांच और उपचार कराना आवश्यक है.

5 वर्ष से कम आयु के बच्चों की विशेष जांच शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें आवश्यकता अनुसार दवाइयां निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं. निमोनिया से बचाव के लिए टीकाकरण सबसे प्रभावी उपाय है. ’पीसीवी  ¼Pneumococcal Conjugate Vaccine½  की तीन खुराकें 6 सप्ताह, 14 सप्ताह और 9 माह की उम्र पर- शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों में निःशुल्क उपलब्ध हैं. सांस अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को निमोनिया की पहचान और बचाव संबंधी जानकारी दी जा रही है. जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री रंजना पैंकरा, नोडल अधिकारी डॉ केनन डेनियल, डॉ. सुमित कुमार शैलेन्द्र मंडल, डॉ. सोनाली मेश्राम की टीम के द्वारा संपूर्ण कार्यक्रम के प्रबंधन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष रूप से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में अभियान चलाया जा रहा है, सांस अभियान के जरिये स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य न केवल बीमारी पर नियंत्रण बल्कि अभिभवकों को जागरूक कर हर बच्चे को स्वस्थ बचपन की ओर अग्रसर करना है, ताकि हर माता-पिता अपने बच्चे के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें और निमोनिया से एक भी मृत्यु न हो.

निमोनिया के कारण और लक्षणनिमोनिया फेफड़ों में संक्रमण के कारण होता है। इसके प्रमुख लक्षण हैं – खांसी-जुकाम, तेज बुखार, सांस फूलना, पसलियों का धँसना, बच्चे का खाना या दूध न पीना, सुस्ती या अत्यधिक नींद आना आदि. ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सीय जांच आवश्यक है.

बचाव के उपायनिमोनिया से बचाव के लिए घर में स्वच्छ व हवादार वातावरण रखें. रसोई व कमरों में धुआँ न हो, बच्चों को ठंड से बचाएँ, समय पर टीकाकरण कराएँ, स्तनपान करवाएँ तथा पौष्टिक आहार दें. बच्चे के जन्म के पहले घंटे में स्तनपान प्रारंभ कराना अत्यंत लाभदायक है.

Deepti Sharma

Deepti Sharma, currently working with MPCG (Digital), has been creating, curating and publishing impactful stories in Digital Journalism for more than 6 years. Before Joining she has worked with Re…और पढ़ें

Deepti Sharma, currently working with MPCG (Digital), has been creating, curating and publishing impactful stories in Digital Journalism for more than 6 years. Before Joining she has worked with Re… और पढ़ें

Location :

Raigarh,Chhattisgarh

First Published :

November 14, 2025, 20:14 IST

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कम उम्र के बच्चों में बढ़ता है निमोनिया का खतरा, इन लक्षणों को न करें इग्नोर

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