11 दिवसीय लोकरंग 2021 समारोह 16 से 26 दिसंबर तक | Jahawar Kala kendra#C#cultural fest#

जवाहर कला केंद्र में लोक कलाकारों के उत्सवए 24वें लोकरंग.2021 का आगाज 16 दिसंबर से होने जा रहा है। इस बार यह समारोह 16 दिसंबर से 26 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा।
जयपुर
Published: December 14, 2021 11:59:18 pm
. देश और प्रदेश के लोक कलाकार देंगे रंगारंग प्रस्तुतियां
. 650 से अधिक कलाकारों द्वारा लोक प्रस्तुतियां जयपुर। जवाहर कला केंद्र में लोक कलाकारों के उत्सवए 24वें लोकरंग.2021 का आगाज 16 दिसंबर से होने जा रहा है। इस बार यह समारोह 16 दिसंबर से 26 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में देशभर के साथ प्रदेश के लोक कलाकार अपने.अपने क्षेत्र की लोक कलाओं की खूबसूरती को प्रस्तुत करेंगे। इसका उद्घाटन कला और संस्कृति मंत्री डॉ. बीडी कल्ला शाम 6.30 बजे करेंगे।
राष्ट्रीय लोक नृत्य समारोह व राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला
लोकरंग.2021 समारोह के तहत जेकेके के मध्यवर्ती में 16 से 26 दिसंबर तक प्रतिदिन शाम 6.30 बजे से राजस्थान सहित पश्चिम बंगाल, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, गोवा, जम्मू कश्मीर, त्रिपुरा, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, असम, ओडि़सा, मणिपुर, पंजाब, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश आदि राज्यों के 650 से अधिक कलाकार लोक प्रस्तुतियां देंगे। राजस्थानी भाषा युवा लेखन उत्सव भी इस दौरान आयोजित होगा। साथ ही शिल्पग्राम में रुडा के पुरस्कृत शिल्पियों द्वारा निर्मित कलात्मक हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी व मेला लगाया जाएगा व बिक्री होगी।
16 दिसंबर के कार्यक्रम
जेकेके के मध्यवर्ती में विभिन्न लोक प्रस्तुतियों का आयोजन होगा जिसमें गुजरात का गरबा रास, महाराष्ट्र का लावणी नृत्य, गोवा का कुनबी, तमिलनाडू का डोलू कुनीथा, पश्चिम बंगाल का छाऊ , मध्यप्रदेश का बधाई .जवारा, उत्तर प्रदेश का धोबिया, बिहार का झिझिया, जोधपुर का लंगा गायन और चरी नृत्य शामिल हैं। वहीं शिल्पग्राम में शहनाई.नगाड़ा, तीन ढोल, कठपुतली, भरतपुर का नट, अलगोजा नृत्य, बहुरूपिया, कालबेलिया और बम रसिया प्रस्तुति होगी।
17 दिसम्बर के कार्यक्रम
जेकेके के मध्यवर्ती में 17 दिसंबर को गुजरात का गरबा रास, गोन्दल, लावणी. महाराष्ट्र से, गोवा का देखनी, तमिलनाडू का पूजा कुनीथा, पश्चिम बंगाल का छाऊ,मध्य प्रदेश का नोरता बधाई, उत्तर प्रदेश का धोबिया, झिझिया बिहार, घूमर नृत्य, स्पेशल प्रस्तुति.सूफी कथक, नृत्य कालबेलिया एवं मांगणियार सहित ढफ नृत्य की प्रस्तुति होगी।
18 दिसम्बर के कार्यक्रम
जेकेके के मध्यवर्ती में शनिवार को डांडिया रास (गुजरात), जागरण-लावणी (महाराष्ट्र), शिव दुर्गा (पश्चिम बंगाल) से जवारा व बधाई (मध्यप्रदेश), केरल के लोक नृत्य, बारां का चकरी नृत्य दिव्यांग कलाकारों द्वारा स्पेशल प्रस्तुति होगी।साथ ही शहनाई नगाड़ा, कठपुतली, नट, अलगोजा, बहुरूपिया,राजस्थानी नृत्य कालबेलिया, जादूगर, भोपा गायन, राजस्थानी नृत्य.बालम छोटो सो, भपंग वादन के साथ ही ढफ नृत्य की प्रस्तुति होगी।
19 दिसंबर के कार्यक्रम
जेकेके के मध्यवर्ती में रविवार को गरबा रास, लावणी, घोड़ी मोडनी, डोलू कुनीथा बधाई बीहू , कालबेलिया, भपंग की प्रस्तुति होगी जबकि शिल्पग्राम में शहनाई.नगाड़ा, कच्छी घोड़ी, कठपुतली, नट, अलगोजा, बहुरूपिया, छत्तर गूंथनी, चकरी बांरा, तेराताली नृत्य, राजस्थानी गायन और भोपा गायन का आयोजन होगा। इसी प्रकार 20 से 25 दिसंबर तक भी विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी।

11 दिवसीय लोकरंग 2021 समारोह 16 से 26 दिसंबर तक
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