भारत के इस राज्य में हर साल आ रहे 12000 कैंसर के मामले, बच्चों में भी बड़ा खतरा, हेल्थ एक्सपर्ट ने बताई ये वजह

जम्मू और कश्मीर में कैंसर के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी जा रही है. यहां हर साल 12000 से ज्यादा नए मामले सामने आते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट इस आकड़े के लिए वायु प्रदूषण और यहां रहने वालों की जीवनशैली को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. डेटा से पता चलता है कि पिछले पांच सालों में जम्मू-कश्मीर में कैंसर के 60000 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं, यानी हर साल औसतन 12,000 से ज्यादा मामले. आखिर ऐसा क्यों हो रहा है और इसके क्या बचाव हैं आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में…
कैंसर का विकास एक जटिल प्रक्रिया है, जो तब होती है जब सामान्य कोशिकाएं ट्यूमर कोशिकाओं में बदल जाती हैं. जम्मू और कश्मीर में ऐसे मामलों के बढ़ने का कारण बढ़ती उम्र की आबादी, तंबाकू का सेवन, खराब हेल्थ डाइट और प्रदूषण के संपर्क में आना शामिल है. कश्मीर घाटी में सबसे अधिक स्किन कैंसर के मरीज सामने आए हैं. यहां लंग्स, ब्रेस्ट, पेट, मलाशय, प्रोस्टेट सहित कई तरीके के कैंसर के मामले सामने आ चुके हैं.
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SKIMS सौरा के एक डॉक्टर ने बताया कि कश्मीर में पुरुषों में फेफड़ों का कैंसर सबसे ज्यादा पाया जाता है. चिंताजनक बात यह है कि इस क्षेत्र में कैंसर के पांच प्रतिशत से अधिक मामले बच्चों में होते हैं, जिनमें ल्यूकेमिया सबसे आम प्रकार है. ल्यूकेमिया, जो कि सफेद रक्त कोशिकाओं के असामान्य उत्पादन के बारे में है. इसका समय पर पता लग जाने पर इलाज संभव है और बचने की दर 80 प्रतिशत तक है. हालांकि, जागरूकता की कमी और बचपन के कैंसर से जुड़ी व्यापक मिथकों के कारण देर से इलाज एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. (केआईएनएस इनपुट के साथ)
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FIRST PUBLISHED : November 15, 2024, 16:27 IST