13 मंडियों में खरीदारी नहीं, 400 ट्रेडर्स ने लेना बंद किया ऑर्डर, एशिया के सबसे बड़े बाजार में यूं ठप पड़ा व्यापार

नई दिल्ली. प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत की एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाए जाने के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए ट्रेडर्स ने नए ऑर्डर लेना बंद कर दिया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक देश में प्याज व्यापार के हब नासिक जिले में मौजूद कुल 15 कृषि उपज मण्डी समिति (APMC) में से 13 में कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है. एपीएमसी से लाइसेंस प्राप्त प्याज के करीब 400 ट्रेडर्स विभिन्न राज्यों के थोक व्यपारियों से नए ऑर्डर नहीं ले रहे हैं. माना जा रहा है कि ट्रेडर्स के इस कदम से आने वाले दिनों में देश में प्याज की भारी किल्लत हो सकती है. ऐसे प्याज की कीमतें बढ़ना तय है.
प्याज व्यापारियों के इस फैसले से करीब 30 करोड़ की कीमत का व्यापार आज नहीं हो सका. नासिक की इन 15 मंडियों के माध्यम से देश भर में रोजाना औसतन 1.5 लाख टन प्याज ऑक्शन के माध्यम से बेचा जाता है. नासिक की प्याज पूरे देश में काफी चर्चित है. रोजाना नासिक से हर दिन लगभग 250-300 कंटेनर उत्तर भारतीय के विभिन्न राज्यों के अलावा दक्षिणी भारत और सहित बिहार, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों में जाते हैं. प्रत्येक कंटेनर में 28 टन प्याज होता है.
यह भी पढ़ें:- Chandrayaan 3 Landing: इसरो ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग के लिए 23 अगस्त को ही क्यों चुना…इस दिन क्या है खास? जानें
घरेलू कीमतों को कम करने के लिए लगाई गई पाबंदी
केंद्र सरकारी की तरफ से भारत में तेजी से बढ़ रहे प्याज के दामों को नियंत्रित करने के लिए इस कृषि उत्पाद पर 40 प्रतिशत की एक्स्पोर्ट ड्यूटी लगाने का फैसला हाल ही में लिया गया. सरकार के इस फैसले के खिलाफ नासिक में प्याज उगाने वाले किसान भी बड़ी संख्या में वहां विरोध कर रहे हैं. नासिक के व्यापारियों का कहना है कि उनके पास जो स्टॉक है वह अगले दो-तीन दिनों में खत्म हो जाएगा. ट्रेडर्स ने दूसरे राज्यों की पार्टियों से नए ऑर्डर लेना बंद कर दिया है. इस कदम के चलते आने वाले दिनों में देश में प्याज की किल्ल्त हो सकती है.
.
Tags: Inflation, Onion crop
FIRST PUBLISHED : August 22, 2023, 12:17 IST