16 साल की उम्र में खो दिया पिता, फिर 12वीं में स्कूल से भी बेदखल, जिंदगी हार जाना चाहते थे अमित साद, आज हजारों लोगों को कर रहे प्रेरित
मुंबई. काई पो चे और सुल्तान जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग के दम पर वाहवाही बटोरने वाले एक्टर अमित साध इन दिनों एडवेंचर राइड पर निकले हैं. अमित साध ने मंगलवार को मुंबई से दिल्ली तक करीब 1300 किमी की दूरी अपनी बाइक से पूरी की है. अमित साध News18 को दिए इंटरव्यू में अपनी जिंदगी से जुड़े कई अहम किस्से भी शेयर किए. अमित साध ने बताया कि 16 साल की उम्र में उनके पिता का निधन हो गया था. इसके बाद 12वीं कक्षा में उन्हें स्कूल से भी निकाल दिया गया. इन हताशा और निराशा के क्षणों में अमित साध ने 3 बार अपनी जिंदगी काल के हवाले करने की कोशिश की है.
हालांकि खुशकिस्मति से इन काले सायों के उस भयानक दौर को पार कर अमित साध ने एक्टिंग की दुनिया में खूब नाम कमाया है. अमित साध ने टीवी सीरियल्स से अपने करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद फिल्मों में अपनी किस्मत आजमाई. अब अमित साध ग्लैमर की दुनिया का एक जाना पहचाना नाम बन गए हैं. अमित साध एक्टिंग के साथ एडवेंचर के भी शौकीन हैं. अमित साध अपनी बाइक से पहाड़ों में खूब घूमा करते हैं. इन दिनों अमित साध अपनी कल्चरल ट्रिप पर निकले हैं. अमित ने मुंबई से लेकर दिल्ली तक बाइक से रोड का सफर तय किया है.
मुंबई से दिल्ली तक की बाइक राइड
मंगलवार को दिल्ली पहुंचे साध ने बताया कि ‘मैंने अपनी इस यात्रा में काफी लोगों से मुलाकात की है. कई जगहों पर गांव से गुजरा, जहां मुझे कोई नहीं पहचानता था. हिंदुस्तान के उस हिस्से में जहां फिल्मी दुनिया की किरणें नहीं पहुंची ऐसी दुनिया भी काफी खूबसूरत है. मुंबई से लेकर दिल्ली तक का सफर काफी सुहाना रहा है. इस दौरान कई शानदार अनुभव हुए.’ अमित साध के अभियान का उद्देश्य भारत की सुंदरता और अक्षांश की यात्रा करना, इसकी विविध संस्कृतियों और लोगों से जुड़ना है. अमित ने अपनी यात्रा 25 अगस्त को मुंबई से शुरू की थी. अपनी यात्रा के दौरान अमित साध ने बालासिनोर के राजकुमार, नवाब सुल्तान सलाउद्दीनखान बॉबी के साथ मुलाकात भी की है.
रास्ते के अनुभव किए शेयर
अमित ने अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए कहा कि इस यात्रा को शुरू करना लोगों के प्रति मेरे गहरे प्यार और उनकी कहानियों और संस्कृतियों से जुड़ने की मेरी इच्छा से प्रेरित है. अमित साध की भारत की अनदेखी खूबसूरती और सांस्कृतिक विसर्जन की यात्रा असाधारण से कम नहीं है. एक महीने तक चलने वाली यात्रा पर निकलते हुए, उनका मार्ग जोधपुर, दिल्ली, लेह लद्दाख, श्रीनगर और अन्य स्थानों सहित कई जगहों से होकर गुजरता है. भारत की सांस्कृतिक विरासत की जटिल टेपेस्ट्री को उजागर करने के लिए प्रत्येक स्थान को सावधानीपूर्वक चुना गया है.
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FIRST PUBLISHED : August 29, 2023, 22:45 IST