18 अप्रैल से 26 अप्रैल तक जमकर होंगी शादियां, फिर दुबारा लग जाएगा ब्रेक, यहां देखें शुभ मुहूर्त

मोहित शर्मा/करौली : सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करते ही मलमास की शुरूआत हो गई थी. 13 अप्रैल से मलमास समाप्त हो चुका है. मलमास के समाप्त होते ही 14 अप्रैल से मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो चुकी है और शादियों की शहनाई पहले सावे यानी 18 अप्रैल से एक बार फिर गूंजायमान हो जाएंगी. 18 अप्रैल के बाद बहुत कम सावे रहेंगे. ऐसे में सावे कम होने की वजह से बड़ी संख्या में शादियां होने वाली है.
पंडित धीरज शर्मा ने बताया कि मलमास समाप्ति के बाद पहला सावा 18 अप्रैल को है. इसके बाद अप्रैल माह में केवल चार सावे 21, 22, 23, और 26 अप्रैल को है. शर्मा ने बताया कि इसी महीने में 30 अप्रैल को शुक्र भी अस्त हो जाएगा. जिसके कारण एक बार फिर शादियों पर ब्रेक लग जाएगा. शादियों पर यह ब्रेक तारा अस्त होने के कारण लगने वाला है. शुक्र के अस्त होने से इस बार मई -जून में भी सावे नहीं है. क्योंकि शुक्र का उदय 7 जुलाई को होगा. उदय होने के बाद तीन दिन तक बाल्यत्व दोष के कारण सावे नहीं होगे. इसके बाद 17 जुलाई को देवशयनी एकादशी से पहले मात्र दो सावे है और यह दो सावे 11 व 15 जुलाई को है. इन दो सावों के बाद अगले 4 महीने तक देव शयन मुद्रा में चले जाएंगे.
मलमास होने के कारण नहीं हो रहे थे शुभ कार्य
पंडित धीरज शर्मा ने बताया सूर्य ने 14 मार्च को मीन राशि में प्रवेश किया था. जिसके बाद मीन मलमास प्रारंभ हो गया. मीन मलमास के कारण बहुत दिनों से शुभ कार्यों पर रोक लगी हुई थी. लेकिन वह रोक 18 अप्रैल से हटने वाली है. क्योंकि मीन मलमास 13 अप्रैल को ही समाप्त हो चुका है. उन्होंने बताया कि 18 अप्रैल को सात रेखीय, 21 व 22 अप्रैल को आठ रेखीय, 23 अप्रैल को सात रेखीय और 26 अप्रैल को आठ रेखीय सावा रहेगा. इन सावों के बीच में ही 17 अप्रैल को रामनवमी के दिन अबूझ मुहूर्त है. जिसके बाद 16 मई को जानकी नवमी, 23 मई को पीपल पूर्णिमा के साथ जून महीने में गंगा दशमी का अबूझ मुहूर्त रहेगा.
यह भी पढ़ें : किचन का एक चुटकी मसाला कर सकता है आपके बृहस्पति को बलशाली, बस करना होगा यह उपाय
.
Tags: Astrology, Karauli news, Local18, Religion 18
FIRST PUBLISHED : April 15, 2024, 05:31 IST