World

2 माह और पुतिन को 4 जख्म, जेलेंस्की का नया टूलकिट तो जानिए, कैसे इजरायल की तरह दुश्मन को मार रहा यूक्रेन?

नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन जंग में पुतिन को नया जख्म मिला है. परमाणु हथियारों की कमान रखने वाले रूसी जनरल की हत्या कर दी गई. यूक्रेन ने रूस में घुसकर उसके सबसे बड़े सिपाही को मौत के घाट उतारा है. हैरान करने वाली बात है कि रूस की धरती पर इतना बड़ी वारदात कैसे हो गई? आखिर कैसे जेलेंस्की ने दुश्मन को उसकी के घर में घुसकर मार गिराया. यूक्रेनी सिक्योरिटी सर्विस ने ही इगोर किरिलोव की हत्या की है. कहा जा रहा है कि रूस की धरती पर अभी तक का सबसे बड़ा हमला है. यूक्रेन के इस हमले से न केवल रूस को बड़ा झटका लगा है. देश की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ गए हैं.

अपने दुश्मनों को खत्म करने के लिए जेलेंस्की ठीक वही तरीका अपना रहे हैं, जैसा कोल्ड वॉर के दौर में अपनाया जाता था. यूक्रेन अब पूरी तरह से इजरायल के नक्शे कदम पर चल रहा है. जिस तरह इजरायल अपने दुश्मनों को दुनिया के हर कोने से ढूंढ-ढूंढकर मारता है. यूक्रेन भी अब वही कर रहा है. इजरायल की तरह ही यूक्रेन अब दुश्मन देश में घुसता है और अपने टारगेट को अंजाम देता है. जेलेंस्की का यह नया टूलकिट पुतिन के लिए सिरदर्द बन गया है. जेलेंस्की एक-एक कर अपने दुश्मन को मौत के घाट उतार रहे हैं. इसके लिए वह कभी एजेंट का सहारा लेते हैं तो कभी जासूसी करवाते हैं.

पुतिन को दर्द पर दर्दजेलेंक्सी किस कदर पुतिन को दर्द दे रहे हैं, इसका सबसे बड़ा उदाहरण मंगलवार को ही दिखा. रूस का सुरक्षा तंत्र कितना मजबूत है, जनरल इगोर किरिलोव को स्कूटर से उड़ाकर यूक्रेन ने दिखा दिया. रूस के न्यूक्लियर चीफ और केमिकल वेपन एक्सपर्ट जनरल को मारकर यूक्रेन ने युद्ध को नया मोड़ दिया है. यूक्रेन की यह कोशिश जंग में फ्रंटसीट पर बैठने की है. इसकी वजह हैं डोनाल्ड ट्रंप. रूस में यूक्रेन अब तक कई रूसी अफसरों को मौत के घाट उतार चुका है. इगोर किरिलोव की हत्या ताजा मामला है. यूक्रेन हर हाल में इस जंग पर अपनी पकड़ बनाना चाहता है. उसके पास समय कम है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस में वापस लौटने की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. दूसरी तरफ, रूस पूर्वी मोर्चे पर लगातार आगे बढ़ रहा है. ऐसे में यूक्रेन रूस को बैकफुट पर लाने के लिए कोल्ड वॉर वाला तरीका और नेतन्याहू की चाल अपना रहे हैं.

रूस में यूक्रेन का यह कैसा कत्लेआमरूस-यूक्रेन जंग में इगोर किरिलोव की हत्या पहली हत्या नहीं है. रूस की धरती पर यूक्रेन उसके प्रमुख सैन्य हस्तियों को मौत के घाट उतार चुका है. रूस की धरती पर पिछले दो महीनों में चार हत्याएं हुई हैं. इन हत्याओं का सीधा या तो फिर अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन से नाता रहा है. पिछले साल जुलाई में एक पूर्व पनडुब्बी कमांडर स्टैनिस्लाव रेजित्स्की की दक्षिणी शहर क्रास्नोडार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वो उस समय मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. हालांकि, इगोर किरिलोव की हत्या पिछले दो महीनों में ऐसी चौथी घटना है. चलिए जानते हैं उन चारों हत्याों के बारे में.

अक्टूबर में रूस की 52वीं हैवी बॉम्बर रेजिमेंट के एक पायलट दिमित्री गोलेनकोव की रूस के ब्रांस्क क्षेत्र में हथौड़े से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इसका कनेक्शन भी यूक्रेन से ही जोड़ा गया था.

नवंबर में रूसी ब्लैक सी फ्लीट मिसाइल जहाजों के चीफ ऑफ स्टाफ की मौत हत्या हुई थी. क्रीमिया के सेवस्तोपोल में एक कार बम विस्फोट में उनकी जान गई थी. इसके लिए यूक्रेन ही जिम्मेदार था.

दिसंबर में रूस के मार्स डिजाइन ब्यूरो के डिप्टी चीफ डिजाइनर की मॉस्को के एक पार्क में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उनकी हत्या के पीछे कीव का हाथ था. डिजाइनर को यूक्रेन ने इसलिए मारा क्योंकि यूक्रेन पर दागी गई कुछ क्रूज मिसाइलों को उसने ही अपग्रेड किया था.

क्या डर जाएंगे पुतिन, यूक्रेन क्यों कर रहा ऐसा?अब सवाल है कि यूक्रेन के इन हमलों से क्या रूस डर जाएगा? क्या पुतिन अपनी रणनीति बदल लेंगे, क्या वह युद्ध खत्म कर देंगे? जानकारों का मानना है कि पुतिन बहुत जिद्दी किस्म के हैं. इन हमलों से वह और भड़केंगे ही. वह इससे बैकफुट पर आएंगे, यह शायद ही संभव हो. जानकारों का कहना है कि जनरल की मौत से रूस के केमिकल हथियारों को लेकर रुख में अचानक बदलाव की संभावना नहीं है. हालांकि, रूसी धरती पर यूक्रेन लगतार हमले कर रहा है. इन हमले से भी रूस को एक संदेश देने की कोशिश की गई है. रूसी सेना को ये बताने की कोशिश की गई है कि उसके लोग जहां भी हैं, सुरक्षित नहीं हैं. वहीं रूस के लोगों को यूक्रेन यह दिखा रहा है कि रूस में सबकुछ योजना के मुताबिक नहीं हो रहा है. इससे यूक्रन रूसी सैनिकों के साथ-साथ वहां के लोगों का मनोबल तोड़ना चाहते हैं, ताकि युद्ध खत्म हो.

Tags: Russia ukraine war, Ukraine war, Vladimir Putin, Volodymyr Zelensky

FIRST PUBLISHED : December 18, 2024, 14:45 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj