उदयपुर की विजयलक्ष्मी ने भागवत गीता को 70 पृष्ठों में किया संक्षिप्त, सरल भाषा में प्रस्तुत किया

Last Updated:April 27, 2025, 08:32 IST
विजयलक्ष्मी का कहना है कि उनका प्रयास गीता के गूढ़ ज्ञान को आम जनता तक सहजता से पहुँचाना है. हर व्यक्ति जीवन के विभिन्न पहलुओं में गीता के उपदेशों का लाभ उठा सके. यह पुस्तक विशेषकर युवाओं और व्यस्त दिनचर्या में…और पढ़ेंX
जन जन के लिए भागवत गीता
श्रीमद् भागवत गीता, जिसे हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ माना जाता है. अपने 18 अध्यायों और 700 से अधिक श्लोकों के चलते पढ़ने की इच्छा रखने वालों के लिए अक्सर चुनौतीपूर्ण बन जाती है. इसी समस्या का समाधान करते हुए उदयपुर शहर की लेखिका विजयलक्ष्मी बंसल ने भागवत गीता को मात्र 70 पृष्ठों में संक्षिप्त कर एक अनूठा कार्य किया है.
विजयलक्ष्मी बंसल ने बताया कि जब उन्होंने स्वयं श्रीमद् भागवत गीता का अध्ययन शुरू किया, तो शुरुआत में पर्सनल नोट्स बनाना शुरू किया था.धीरे-धीरे ये नोट्स इतने सुव्यवस्थित हो गए कि उन्होंने इन्हें एक पुस्तक का रूप देने का निर्णय लिया. उनका उद्देश्य गीता को आमजन तक सरलता से पहुँचाना था, ताकि भाषा और शैली की जटिलता लोगों के मार्ग में बाधा न बने.
श्लोकों को सरल भाषा में सारांशित कियाउनका मानना है कि गीता पढ़ने की इच्छा तो हर किसी के मन में होती है. लेकिन, संस्कृत और पारंपरिक कठिन शब्दावली के चलते बहुत से लोग इसे पूरा नहीं पढ़ पाते. इसी सोच के साथ उन्होंने श्रीमद् भागवत गीता के प्रत्येक अध्याय से जुड़े प्रमुख श्लोकों को सरल भाषा में सारांशित किया और अध्याय से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों को भी संक्षेप में प्रस्तुत किया. विजयलक्ष्मी बंसल द्वारा तैयार की गई यह पुस्तक ‘पॉकेट फ्रेंडली’ है. इसे आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है. चाहे यात्रा के दौरान हो या कार्यस्थल पर, पाठक इसे साथ रखकर कहीं भी पढ़ सकते हैं.
भागवत गीता को 70 पृष्ठों में संक्षिप्तविजयलक्ष्मी का कहना है कि उनका प्रयास गीता के गूढ़ ज्ञान को आम जनता तक सहजता से पहुंचाना है, ताकि हर व्यक्ति जीवन के विभिन्न पहलुओं में गीता के उपदेशों का लाभ उठा सके.उन्होंने यह भी बताया कि यह पुस्तक विशेषकर युवाओं और व्यस्त दिनचर्या में समय न निकाल पाने वाले पाठकों के लिए बेहद उपयोगी सिद्ध होगी. उदयपुर जैसे सांस्कृतिक शहर से निकला प्रयास न केवल धार्मिक साहित्य को लोकप्रिय बनाने में सहायक सिद्ध होगा. बल्कि आधुनिक जीवन में आध्यात्मिकता के प्रति रुचि को भी नया आयाम देगा.
Location :
Udaipur,Rajasthan
First Published :
April 27, 2025, 08:32 IST
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उदयपुर की विजयलक्ष्मी ने भागवत गीता को 70 पृष्ठों में किया संक्षिप्त