20 तरह के पराठे, ताजे मसाले और यूनिक स्वाद; भीलवाड़ा में पप्पू का ठेला बना फूड हॉटस्पॉट, नोट कर लें लोकेशन

भीलवाड़ा. सर्दी की शुरुआत होते ही भीलवाड़ा शहर में पप्पू के पराठों की डिमांड अचानक तेजी से बढ़ गई है. सिंधी स्टाइल में बनने वाले इन पराठों की अलग-अलग वैरायटी और खास स्वाद लोगों को अपनी ओर खींच लेता है. आलू, गोभी, मूली, मिक्स वेजिटेबल, पनीर और चीज से भरे पराठों की खुशबू सर्दी की शाम को और भी यादगार बना देती है. सबसे खास इनके मलाई के पराठे हैं, जिनका स्वाद चखने दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं.
कई बार तो ग्राहकों को लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ता है. शहर के फूड लवर्स के लिए यह जगह सर्दियों की खास पसंद बनी हुई है. पप्पू भाई, जिनका असली नाम भगवानदास आडवाणी है, पिछले 18 वर्षों से पराठे बनाने का काम कर रहे हैं. वे बताते हैं कि मौसम के हिसाब से पराठों का मेन्यू बदलता रहता है, लेकिन मलाई के पराठे उनका खास आइटम हैं, जिन्हें हर मौसम में बनाया जाता है.
20 तरह के पराठे बनाते हैं भगवान दास
भगवान दास आडवाणी का कहना है कि वे कुल 20 तरह के पराठे बनाते हैं और सीजन में आने वाली लगभग हर सब्जी का पराठा तैयार करते हैं. पराठों में इस्तेमाल होने वाले मसाले वे खुद तैयार करते हैं ताकि हर पराठे में एक जैसा और यूनिक फ्लेवर मिले. भगवानदास आडवाणी बताते हैं कि भीलवाड़ा शहर के सूचना केंद्र के पास, पेच एरिया स्थित बालाजी मंदिर के नजदीक परांठा हाउस नाम से अपना ठेला लगाते हैं. यहां मिलने वाले पराठों की कीमत 10 रुपये से लेकर 100 रुपये तक है, जिसमें आलू, गोभी, नमकीन, प्याज, आलू-प्याज, मिक्स वेजिटेबल, दाल और मलाई के पराठे मुख्य रूप से शामिल हैं.
पराठे के साथ परोसते हैं दही, हरी चटनी और अचार
पराठों के साथ दही, हरी चटनी और अचार परोसा जाता है, जो स्वाद को और बढ़ा देता है. उनके बनाए कुछ पराठों के नाम और जायका सुनकर लोग हैरान रह जाते हैं, लेकिन जब उन्हें चखते हैं तो उंगलियां चाटते रह जाते हैं. यही कारण है कि उनका ठेला वर्षों से भीलवाड़ा के स्ट्रीट फूड प्रेमियों के लिए एक खास जगह बना हुआ है. सर्दियों के मौसम में यहां भीड़ और बढ़ जाती है.कई बार तो ग्राहकों को अपनी बारी के लिए लंबा इंतजार भी करना पड़ता है.



