भगवान विष्णु-महालक्ष्मी विवाह समारोह में 20,000 श्रद्धालु शामिल

Last Updated:November 25, 2025, 20:21 IST
धर्म नगरी करौली में विवाह पंचमी पर चैनपुर स्थित ब्रह्मऋषि आश्रम में भगवान विष्णु और माता महालक्ष्मी के दिव्य स्वरूप ‘कल्पवृक्ष जोड़े’ का भव्य विवाह वैदिक मंत्रों और विशाल उत्सव के साथ संपन्न हुआ. 20,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लेकर भगवान विष्णु की भव्य बारात का स्वागत किया, जो शहर के प्रमुख मार्गों से गुज़रती हुई अद्भुत आस्था-लहर का केंद्र बनी. आश्रम में वेद मंत्रों, मंगलगीतों, पुष्पसज्जा और पारंपरिक रस्मों के बीच आयोजित यह अनोखा विवाह करौली की सांस्कृतिक विरासत में स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज हो गया.
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करौली. शहर में विवाह पंचमी की पवित्र बेला पर एक ऐसा ऐतिहासिक और भव्य आयोजन हुआ, जो लंबे समय तक स्मरणीय रहेगा. चैनपुर स्थित ब्रह्मऋषि आश्रम में भगवान विष्णु और माता महालक्ष्मी के दिव्य स्वरूप ‘कल्पवृक्ष जोड़े’ का विवाह समारोह वैदिक मंत्रों और धूमधाम के साथ संपन्न हुआ. इस अलौकिक विवाह के साक्षी बनने के लिए 20,000 से अधिक श्रद्धालु उमड़े, जिन्होंने भगवान विष्णु की बारात में झूमकर अपनी आस्था प्रकट की. महामंडलेश्वर संत भगवानदास महाराज के सान्निध्य में आयोजित यह समारोह, सनातन धर्म और पारंपरिक आस्था का अद्भुत संगम बन गया.
विवाह पंचमी के शुभ अवसर पर, बुधवार को भगवान विष्णु की बारात गोमती कॉलोनी स्थित गोमती आश्रम से निकली. रथ पर विराजमान भगवान विष्णु की प्रतिमा और ब्रह्मलीन संत गोमतिदास महाराज का चित्रपट सुसज्जित था. बारात जैसे ही शहर के प्रमुख मार्गों—होली खिड़कियां, भुड़ारा बाजार, बड़ा बाजार, अनाज मंडी और हिंडौन दरवाजा से गुजरी, पूरे करौली में भक्ति और उल्लास की लहर दौड़ गई, जगह-जगह पुष्पवर्षा कर बारात का भव्य स्वागत किया गया. इस ऐतिहासिक विवाह कार्यक्रम में एकरूप परिधान में सजे हजारों बाराती भजन-कीर्तन करते हुए स्टेडियम तक पहुंचे, जहां से वे वाहनों में सवार होकर चैनपुर के ब्रह्मऋषि आश्रम पहुंचे.
वेद मंत्रों से गूंजा विवाह पंडाल
चैनपुर चौकी से आश्रम तक श्रद्धालु भजनों पर नाचते-गाते हुए पहुंचे, आश्रम में पौर टीका और तोरण की रस्म के बाद, विवाह स्थल फूल-मालाओं और गुब्बारों से दैवीय रूप से सजाया गया था. पंडित लक्ष्मीनारायण शास्त्री, पं. राधेश्याम बाबा सहित पांच आचार्यों ने संपूर्ण वेद-विधि से विवाह संस्कार संपन्न कराए. मंत्रोच्चार के बीच बड़ी संख्या में महिलाओं द्वारा गाए गए मंगलगीतों ने वातावरण को पूरी तरह भक्तिमय और दिव्यता से भर दिया.
करौली के प्रसिद्ध भागवत आचार्य पंडित रमेश चंद्र शास्त्री ने इस आयोजन को ‘पहला प्रयोग’ बताते हुए कहा “धर्म नगरी करौली में विष्णु भगवान और माता लक्ष्मी का यह विवाह इतनी धूमधाम से संपन्न हुआ है कि यह पूरे देश भर में एक नया संदेश देगा, यह सनातन आस्था और संस्कृति की जीत है.” कार्यक्रम संयोजक पुरुषोत्तम लाल शर्मा ने बताया कि यह अद्भुत और ऐतिहासिक कार्यक्रम करौली में पहली बार हुआ है, जिसमें 20,000 से अधिक सनातनियों ने बड़े उल्लास से भाग लिया. विवाह संपन्न होने के बाद हजारों श्रद्धालुओं ने पंगत प्रसादी ग्रहण की और कन्यादान भाव से भगवान के चरणों में उपहार भी अर्पित किए. पारंपरिक आस्था और दिव्य वातावरण से परिपूर्ण यह विवाह समारोह करौली के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया है.
Hello I am Monali, born and brought up in Jaipur. Working in media industry from last 9 years as an News presenter cum news editor. Came so far worked with media houses like First India News, Etv Bharat and NEW…और पढ़ें
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Location :
Karauli,Rajasthan
First Published :
November 25, 2025, 20:21 IST
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करौली में भगवान विष्णु-महालक्ष्मी विवाह समारोह में 20,000 श्रद्धालु हुए शामिल



