Health

7 दिन में 24 तरह के योगासन…दूर रहेगी बीमारियां, शुगर के मरीजों के लिए काम की है ये तरकीब

मोहन ढाकले/बुरहानपुर. क्या आप भी है शुगर की बीमारी से परेशान है तो अपनाए यह प्राकृतिक चिकित्सा शिविर की पद्धति.आपको 7 दिन में आराम मिलेगा. प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति इस पद्धति से अब लोगों की बीमारियों का उपचार भी किया जाने लगा है. जिससे मनुष्य जल्दी स्वस्थ होता है. बीमारी हमेशा के लिए खत्म हो जाती है.

उसमें कुछ पद्धति का मरीज को पालन करना पड़ता है. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के खड़कोद में गायत्री परिवार की ओर से एक केंद्र स्थापित किया गया है. यहां पर प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति से मरीजों का उपचार किया जाता है. यहां पर यदि शुगर की बीमारी का मरीज 7 दिन का शिविर करता है तो उसकी शुगर नॉर्मल हो जाती है.

केंद्र प्रभारी ने दी जानकारीलोकल 18 की टीम को 20 साल का अनुभव रखने वाले केंद्र प्रभारी मनोज तिवारी ने बताया कि गायत्री परिवार की ओर से सात दिवसीय प्राकृतिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाता है. इस प्राकृतिक चिकित्सा शिविर में प्राकृतिक पद्धति के अनुसार शरीर के अंदर की गंदगी को साफ किया जाता है. जिसमें कई प्रकार के योग अभ्यास और प्राणायाम कराए जाते हैं. इस 7 दिन के शिविर में एक व्यक्ति पर लगने वाली वस्तुओं का ही खर्च लिया जाता है. विश्व गायत्री परिवार का मुख्य उद्देश्य लोग स्वस्थ रहें.

इतने प्रकार की कराई जाती है चिकित्सा पद्धतिशिविर में 24 प्रकार की क्रियाए कराई जाती है. लमुख्य रूप से शुगर की बीमारी वाले मरीजों पर ध्यान दिया जाता है. योग चिकित्सा,मिट्टी चिकित्सा, नस्यपुरण चिकित्सा,गंध चिकित्सा,जलनेती चिकित्सा, रबरनेति चिकित्सा,वमन कुंजल, पंच एनिमा,कटि स्नान, रीढ़ स्नान,पैर स्नान,स्टीमबाथ चिकित्सा,लोकल स्टीम,फॉल लपेट चिकित्सा,कम्बल लपेट चिकित्सा, सूर्य रश्मि चिकित्सा,आहार चिकित्सा,शंख प्रक्षालन, योग निद्रा, गौ स्पर्श चिकित्सा,दर्पण चिकित्सा,ध्यान चिकित्सा, एक्यूप्रेशर चिकित्सा, अग्निहोत्र चिकित्सा, मनोचिकित्सा,आध्यात्मिक चिकित्सा, सहित विशेष परामर्श चिकित्साएं,शिरो धारा, पोटली मसाज, एक्यूप्रेशर मसाज, हर्बल मसाज, जानू बस्ती, नेत्र बस्ती, रीढ़ बस्ती, नेत्र प्रक्षालन, फेसपैक कराया जाता है.

Tags: Health News, Hindi news, Latest hindi news, Local18, Madhya pradesh news

FIRST PUBLISHED : May 14, 2024, 17:12 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj