300 बीघा में फैली है यह गौशाल, यहां हैं 4 हजार से अधिक गोवंश, अत्याधुनिक सुविधाओं से है लैस
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निखिल स्वामी/ बीकानेर. वैसे तो आपने कई गौशाला देखी होगी, लेकिन बीकानेर में एक ऐसी गोशाला है जो जिले की सबसे बड़ी गौशाला है. हम बात कर रहे है भीनासर स्थित मुरली मनोहर गौशाला की. यहां एक या दो हजार गोवंश नहीं बल्कि चार हजार से अधिक गोवंश रहती है. इन गोवंश के लिए अलग से कमरे बने हुए है. साथ ही यहां गोवंश के लिए अत्याधुनिक तरीके की व्यवस्था की गई है. इस गौशाला को देखने और गोवंश की सेवा करने के लिए रोजाना लोग आते है.
समाजसेवी और गौशाला से जुड़े राजेन्द्र कुमार सारडा ने बताया कि यह गौशाला 300 बीघा में फैली हुई है. यह राजस्थान की चौथी सबसे बड़ी गौशाला है. यहां गायों को सुबह व शाम को सुखा और हरा चारा डाला जाता है. इसके अलावा यहां लापसी भी बनती है. कई लोग यहां गायों के लिए चारा भी आकर डालते है. साथ ही यहां स्थाई कर्मचारी तो 7 है जबकि अस्थाई कर्मचारी 65 के करीब है. जो गायों की सुबह व शाम को सेवा करते है. यहां गायों के लिए अत्याधुनिक सुविधा है. जहां गायों के लिए ऑटोमैटिक तरीके से पानी चालू और बंद हो जाता है.
यह है सुविधा
इस गोशाला में कई तरह की खास सुविधा है. यहां नेत्रहीन और विकलांग गोवंश के लिए अलग अलग व्यवस्था की गई है तथा नवजात बछड़ों के लिए अलग व्यवस्था की गई है. साथ ही गौशाला के लिए दो ट्यूबवेल बनाए गए है. गायों के लिए हरा चारा के 7 बड़े गोदाम, चारा के 4 बड़े भंडार, वस्तु भंडार के लिए 3 बड़े गोदाम बनाए गए है. इसके साथ ही बायो गैस में लिए संयंत्र स्थापित किया गया है. हरे चारे और सेवन घास के लिए जमीन छोड़ी गई है. यहां गायों के रहने के लिए अलग अलग करीब 26 गो सदन बनाए गए है. इसके अलावा गोवंश के लिए अलग से अस्पताल भी बनाया गया है जहां रोजाना डॉक्टर गोवंश की जांच करते है.
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FIRST PUBLISHED : September 04, 2023, 18:16 IST