300 साल पुराना है बालाजी का यह चमत्कारिक मंदिर, यहां पूजा करने से मिलती है सरकारी नौकरी
कालू राम जाट/ दौसा.जयपुर से 40 किलोमीटर की दूरी पर बड़वा गांव के पास स्थित 300 वर्ष पुराना बालाजी का मंदिर यहां पर इस बालाजी को शुक्ला के बालाजी के नाम से जाना जाता है. यहां पर यह बालाजी मंदिर के लिए लोगों का कहना है कि यह मंदिर में बालाजी की मूर्ति एक चमत्कारी मूर्ति है. यहां के आसपास के लोगों का इस मंदिर में आने से उनकी मनोकामना पूरी हुई है.
यहां मंदिर में आसपास के लोग ही नहीं जयपुर, दौसा औरअन्य शहरों से भी लोग आते हैं. स्थानीयलोगों ने बताया कि यहां बालाजी की सेवा करने वाले बालाजी के आने वाले कई भक्त आज राजकीय सेवा में कार्य कर रहे हैं, उनके ऊपर बालाजी का आशीर्वाद है और वह जब भी अपने गांव आते हैं तो वह यहां बालाजी के मंदिर में जरूर आते हैं. इन सभी बातों के कारण यहां के लोग इस मंदिर को चमत्कारी मंदिर कहते हैं.
मंदिर पुजारी रामधन शर्मा ने बताया कि यह मंदिर काफी पुराना है. यहां श्रद्धालु बालाजी के मंदिर में दूर-दूर से आते हैं और हर शनिवार वह मंगलवार को सैकड़ो श्रद्धालु बाबा के आते हैं.यहां आकर बालाजी महाराज की सेवा पूजा करते हैं. यहां मंदिर में हर शनिवार व मंगलवार को बालाजी महाराज की मनमोहक झांकी सजाई जाती है.हनुमान जयंती पर मुख्य मेला भरता है. मेले में दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. यहां बालाजीके भक्तयहां मंदिर में मनोकामना पूरी होने परभंडारा करते हैं. वही ऐसे भी कईलोग हैं जिन्होंने बालाजी की सेवा की थी और उनके ऊपर बालाजी की कृपा ऐसी हुई कि वह आज सरकारी नौकरी कर रहे हैं. ऐसे लोग वह जब भी गांव आते हैं वह लोग यहां पर जरूर आकर जाते हैं.उनकी ओर से मंदिर में कईतरह की सेवा भी की जाती है और सहयोग भी किया जाता है.
नोट-यह धार्मिक मान्यताओं पर आधारित खबर है, इसमें मौजूद तथ्यों की न्यूज-18 पुष्टि नहीं करता है.
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FIRST PUBLISHED : August 27, 2023, 15:52 IST