फनकारों ने रुहानी गजलों का सजाया गुलदस्ता
फनकारों ने रुहानी गजलों का सजाया गुलदस्ता
. दो दिवसीय संगीत समारोह का समापन
जयपुर, 25 जून। शास्त्रीनगर स्थित संगीत आश्रम संस्थान की ओर से संस्थान के ही परिसर में चल रहे दो दिवसीय संगीत समारोह के आखिरी दिन शनिवार को गजल संध्या संजोई गई। इसमें फनकारों ने अपनी पुरसुकूं गायकी में मशहूर शायरों के कलामों में सुरों का रुहानियत अहसास करा गजलों का गुलदस्ता सजाया। संगीत निर्देशक अमित अनुपम के निर्देशन में सजे कार्यक्रम में फनकार हशमत हुसैन ने खुशी जो आंख तो वो थाए न वो जमाना था…, को सुरों की दकीकता से पेश कर दानिशमंद श्रोताओं के दिलों को छू लिया। इसके बाद इस कलाकार ने मशहूर शायर फैज अहमद फैज की मकबूल गजल रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए..को सुरों के ठहराव और खूबसूरत लगाव से पेश कर माहौल को रुमानियत से सराबोर कर दिया। कार्यक्रम में कलाकार अनस हुसैन ने कोई फरियाद मेरे दिल मेंण्..और होश वाले को खबर क्या..जैसी मशहूर गजलों को की दिलकश प्रस्तुति देकर रंग जमाया। तबले पर हशमत हुसैन, गिटार पर वत्सल अनुपम की.बोर्ड पर रहीस खान, ऑक्टोपैड पर फैसल हुसैन ने दमदार संगत से कार्यक्रम में रौनक भरी। अंत में संस्थान के सचिव अमित अनुपम ने सभी आगन्तुकों का आभार जताया।
रैंप पर बिखरे फैशन के रंग
गुलाबी नगरी में सी-स्कीम स्थित एलन कॉलेज ऑफ़ डिज़ाइन में शनिवार शाम को आयोजित फैशन शो द एलेनाइट शोकेस 2022 में क्रिएटिव थिंकिंग को डिज़ाइनर ड्रेसेज़ के जरिए रैम्प पर उतारा गया। बी वॉक फाइनल ईयर स्टूडेंट्स ने अलग-अलग थीम से इंस्पायर्ड होकर ड्रेसेज डिज़ाइन की। जिसमें सैवेज गार्डन कलेक्शन ट्रॉपिकल फॉरेस्ट में पाए जाने वाले विदेशी कीट आर्किड मंटिस की बनावट, रूपरेखा और तीखेपन से प्रेरित होते हुए गारमेंट्स डिज़ाइन किए। वहीं एक्स एलेनाइटस ने चायनीज़ लैंटर्न के पिंजरे की तरह बनावट से प्रेरित होकर ऑउटफिट्स डिज़ाइन किए। एक कलेक्शन बुलेट प्रूफ में ग्लैमर वल्र्ड से प्रेरित होकर हाई लाइफ़ आउट्फिट्स डिज़ाइन किए।