6 दिसंबर से स्कूल बंद का आदेश हुआ वायरल, गृह विभाग ने किया आदेशों का खंडन

जयपुर। प्रदेश में कोरोना के नए वेरिएंट के मिलने और कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि ने जहां राज्य की गहलोत सरकार की चिंता बढ़ाई हुई है तो वहीं स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों की चिंता भी बढ़ा दी है। इसी बीच रविवार देर रात तक वायरल हुए एक आदेश ने भी स्कूल प्रबंधकों और अभिभावकों की परेशानी बढ़ा दी है।
रविवार देर रात गृह विभाग के आदेश की एक प्रतिलिपि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी, यहां तक की स्कूल प्रबंधकों और शिक्षण संस्थान चलाने वाले प्रबंधकों के व्हाट्सएप ग्रुपों में भी तेजी से वायरल हो रहा था, जिसमें 6 दिसंबर से अग्रिम आदेशों तक स्कूलों और शिक्षण संस्थानों को बंद रखने की बात कही जा रही थी और केवल ऑनलाइन क्लासेज ही चलाने के आदेश दिए गए थे। जिसके बाद जयपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में आज स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में ऑफलाइन क्लासेज बंद करने और ऑनलाइन क्लासेस के आदेश जारी हुए जिससे अभिभावकों को भी दुविधा का सामना करना पड़ा।
गृह विभाग ने किया आदेश का खंडन
इधर जब इस मामले में गृह विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने ऐसे किसी भी आदेश के जारी होने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने इस आदेश को पूरी तरह से फर्जी करार दिया । विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिस अधिकारी के हस्ताक्षर से ही आदेश वाले हो रहा है उनके पास इस विभाग की कोई जिम्मेदारी नहीं है, इसलिए यह आदेश पूरी तरीके से फेक है। वर्तमान में गृह विभाग के शासन सचिव सुरेश गुप्ता हैं जबकि आदेशल एन.एल मीणा के हस्ताक्षर से है।
गृह विभाग कराएगा जांच
वहीं इस तरह से गृह विभाग के आदेशों के साथ छेड़छाड़ कराने को लेकर अधिकारी भी अलर्ट मोड पर हैं और इस मामले की जांच कराएंगे कि आखिर इस तरह से गृह विभाग के आदेशों से छेड़छाड़ कर कौन सोशल मीडिया पर वायरल कर रहा है।
इनका कहना है
6 दिसंबर से स्कूल बंद करने को लेकर रविवार रात गृह विभाग की ओर से कोई आदेश जारी नहीं हुआ है, जो आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वो पूरी तरह फेक है, हम इस मामले की जांच करा रहे हैं।
सुरेश गुप्ता
सचिव
गृह विभाग , राजस्थान सरकार