8.3 रेटिंग की साइको थ्रिलर, दिमाग के घोड़े दौड़ाने पर भी किलर को नहीं पकड़ पाता हीरो, सस्पेंस से भरा क्लाइमैक्स

Last Updated:November 21, 2025, 21:16 IST
अजय देवगन की ‘दृश्यम’ और आयुष्मान खुराना की ‘अंधाधुन’ ने साइको थ्रिलर फिल्मों की परिभाषा बदली. इतना ही नहीं, इन फिल्मों ने कहानी के नए ट्रेंड सेट किए. इन दोनों ही फिल्मों की आईएमडीबी रेटिंग 8 से ज्यादा है. लेकिन यहां हम आपको एक ऐसी फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी न सिर्फ आईएमडीबी रेटिंग इनसे ज्यादा है, बल्कि वो इतनी पॉपुलर और हिट की हुई कि उसके कई रीमेक बने.
हम जिस साइको थ्रिलर फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं, उसमें सीरियल किलर विलेन का पता लगाने के लिए हीरो अपने दिमाग के सभी घोड़े दौड़ा देता है, लेकिन क्लाइमैक्स तक विलेन को नहीं पकड़ पाता. फिल्म में भर-भर के ट्विस्ट है. सस्पेंस हैं. साइको थ्रिलर होते हुए भी ये फिल्म आपको डरा देती है.
हम जिस साइको थ्रिलर फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं, उसमें सीरियल किलर विलेन का पता लगाने के लिए हीरो अपने दिमाग के सभी घोड़े दौड़ा देता है, लेकिन क्लाइमैक्स तक विलेन को नहीं पकड़ पाता. फिल्म में भर-भर के ट्विस्ट है. सस्पेंस हैं. साइको थ्रिलर होते हुए भी ये फिल्म आपको डरा देती है.
साल 2018 में आई इस साइको थ्रिलर की आईएमडीबी रेटिंग 8.3 है. फिल्म की कहानी एक दो बूढ़े आदमी से होती है, जिन्हें एक 15 साल की एक लड़की की लाश मिलती है. वहीं, एक साइको पैथ फिल्मों का दीवाना लड़का अरुण कुमार है, जो वैसी ही फिल्में बनाना चाहता है.
अरुण फैमिली प्रेशर और जीजा के रुतबे से सब इंस्पेक्टर बन जाता है. उसकी पोस्टिंग दूसरे शहर में होती है. वह अपनी बहन की फैमिली के साथ रहता है. बहन की बेटी को स्कूल छोड़ने जाता है. बेटी की सहेली से दोस्ती होती, वो लड़की हकला कर बोलती है. फिर अरुण को एक लड़की की किडनैपिंग के मामले जांच करता है.
जांच में अरुण को हकला कर बोलने वाली लड़की से मिलते-जुलते इंसिटेंड्स का पता चलता है. उसे एक एनाबेल टाइम की गुड़िया मिलती है. उसे सीरियल मर्डर का पता चलता है. वह अपने सीनियर ऑफिसर को बताता है, लेकिन कोई उसका विश्वास नहीं करता. लेकिन किडनैप हुई लड़की लाश मिलती है.
फिल्म का नाम ‘रत्सासन’ है. ऑरिजनली तमिल में बनी इस फिल्म को हिंदी में कट पुतली के नाम से बनाया गया, जिसमें रकुल प्रीत सिंह और अक्षय कुमार लीड रोल में थे. जबकि तेलुगू में ‘रक्षासुडु’ के नाम से बनाया गया.
साल 2018 में ‘रत्सासन’ में विष्णु विशाल और अमाला पॉल ने लीड रोल निभाया. फिल्म की कहानी, जैसे-जैसे आगे बढ़ती है. किडनैपिंग और मर्डर का खेल जारी रहता है. इंस्पेक्टर अरुण के कई बार किलर के करीब होता है, लेकिन पकड़ नहीं पाता.
काम में कौताही और सीनियर्स के ऑर्डर नहीं मानने की वजह से अरुण को सस्पेंड कर दिया जाता है. सस्पेंड होने के बाद भी अरुण कातिल को पकड़ने में लगा रहता है. फिर वह एक रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर से मिलता है, जिससे अरुण को एक क्लू मिलता है.
विलेन क्रिस्टोफर का पता चलता है. अरुण क्रिस्टोफर को ट्रैक करता है. फिर दोनों के बीच खतरनाक लड़ाई होती है. वह आखिरकार क्रिस्टोफर को मार देता है और किडनैप हुई भतीजी कायल को बचा लेता है, हालांकि वह घायल हो जाता है. फिल्म को आप जियो हॉटस्टार और प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं.
Ramesh Kumar
रमेश कुमार, सितंबर 2021 से न्यूज 18 हिंदी डिजिटल से जुड़े हैं. इससे पहले एबीपी न्यूज, हिंदीरश (पिंकविला), हरिभूमि, यूनीवार्ता (UNI) और नेशनल दुनिया में काम कर चुके हैं. एंटरटेनमेंट, एजुकेशन और पॉलिटिक्स में रूच…और पढ़ें
रमेश कुमार, सितंबर 2021 से न्यूज 18 हिंदी डिजिटल से जुड़े हैं. इससे पहले एबीपी न्यूज, हिंदीरश (पिंकविला), हरिभूमि, यूनीवार्ता (UNI) और नेशनल दुनिया में काम कर चुके हैं. एंटरटेनमेंट, एजुकेशन और पॉलिटिक्स में रूच… और पढ़ें
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Mumbai,Maharashtra
First Published :
November 21, 2025, 21:16 IST
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वो साइको थ्रिलर जिसमें किलर को नहीं पकड़ पाता हीरो, सस्पेंस से भरा क्लाइमैक्स



