800 साल पुराना मंदिर, जहां मिलने वाला प्रसाद नहीं ले जा सकते बाहर, लोग नंगे पैर पहुंचकर करते हैं पूजा

पाली: भारत में बना हर मंदिर अलग है. हर मंदिर का इतिहास, भगवान और प्रसाद भी अलग है. तो एक मंदिर ऐसा भी है जहां प्रसाद खाने का भी नियम है. इस मंदिर का नाम है सोनाणा खेतलाजी मंदिर, जो पाली में बना है. यहां लोग प्रसाद को मंदिर से बाहर नहीं ले जा सकते. उन्हें परिसर में ही प्रसाद को खाना होता है. इस अनोखे मंदिर की पूरी दिलचस्प कहानी आज हम आपके लिए लेकर आए हैं.
सोनाणा खेतलाजी मंदिर का इतिहाससोनाणा खेतलाजी मंदिर राजस्थान के सोनाणा गांव में बना है. लोग इस मंदिर को खेतलाजी बाबा के नाम से भी जानते हैं. भगवान खेतलाजी के भक्तों ने इस मंदिर को बनवाया था. वो एक दफा जोधपुर आए थे. यहां वो तीकी पहाड़ी गुफा में विराजमान हुए. 800 सालों से इस मंदिर में भक्त पूजा करते आ रहे हैं. इस मंदिर में भगवान खेतलाजी, गणपति और मां चामुंडा के साथ विराजित हैं. चामुंडा मां के पांव पर काला-गोरा विराजमान हैं. मंदिर के पहाड़ पर गोरा और काला भैरव की मूर्ति भी लगी है. खेतलाजी राजस्थानी लोगों के देवता हैं. मान्यता है खेती, अनाज और आंधी-तूफान से खेतलाजी बाबा बचाते हैं.
हर खुशी को मंदिर पहुंचकर मनाते हैं भक्त हर खुशी पर लोग खेतलाजी बाबा के मंदिर पहुंचते हैं. भगवान को चूरमा भोग लगाकर शुक्रिया किया जाता है. दिलचस्प बात यह है कि इस मंदिर से बाहर प्रसाद लेकर नहीं जाना होता है. मंदिर के अंदर की प्रसाद खाना होता है. भक्त भी सालों से ऐसा ही करते आ रहे हैं. होली के मौके पर हर साल इस मंदिर में 2 दिवसीय मेला लगता है, जहां 1 लाख से ज्यादा भक्त पहुंचते हैं.
नंगे पैर पहुंचने की मान्यता इस मंदिर में बहुत से भक्त नंगे पैर पहुंचते हैं. मेले में भी नंगे पैर चलकर पहुंचने की मान्यता है. कहा जाता है कि जो इस मंदिर में पैदल पहुंचता है, खेतलाजी बाबा उनकी मनोकामना पूरी करते हैं. सोनाणा खेतलाजी मंदिर में आरती देखना भी बहुत शुभ माना जाता है.
सोनाणा खेतलाजी मंदिर कैसे पहुंचेसोनाणा खेतलाजी मंदिर पाली जिले में बना है. इस मंदिर के सबसे पास रानी रेलवे स्टेशन है. दिल्ली से पाली की भी कई सीधी ट्रेन चलती हैं. होली के आसपास इस मंदिर में मेला लगा होता है और बहुत भीड़ होती है. बहुत छोटे बच्चों को उस समय यहां ले जाने से बचें. सुबह 6 बजे से 9 बजे तक मंदिर खुला होता है.
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Tags: Hindu Temple, Local18, Pali news
FIRST PUBLISHED : August 9, 2024, 17:01 IST
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