हज पर गए 98 भारतीयों ने गंवाई जान, विदेश मंत्रालय ने दिया अपडेट, बताई वजह
नई दिल्ली. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि मक्का में अब तक 98 भारतीयों की मौत हुई है. इनमें बेंगलुरु के दो हज जायरीन भी शामिल हैं. मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि 2023 में हज यात्रा में भारत के 187 लोगों की जान चली गई थी. मिली जानकारी के अनुसार, साल 2024 में भारत से 1,75,000 भारतीय जायरीन हज के लिए मक्का गए हैं. हज की अवधि 9 मई से 22 जुलाई तक है.
जायसवाल ने बताया, ‘मौतें प्राकृतिक कारणों, पुरानी बीमारियों और बुढ़ापे के कारण हुई हैं. अराफात के दिन छह लोगों की मौत हुई और चार लोगों की मौत दुर्घटना के कारण हुई.’ सऊदी अरब में भीषण गर्मी के बीच इस साल हज यात्रा के दौरान सैंकड़ों लोगों की मौत हो गई, जिनमें बेंगलुरु के दो हज जायरीन भी शामिल हैं.
सउदी अरब में भीषण गर्मी पड़ने के कारण अन्य कई नागरिकों की तरह बेंगलुरु के दो हाजियों के शरीर में पानी की कमी और लू लगने से मौत हो गई. कौसर रुखसाना (69) और अब्दुल अंसारी (54) के रूप में मृतकों की पहचान हुई है और वे दोनों आरटी नगर और फ्रेजर टाउन के रहने वाले थे.
कर्नाटक राज्य हज समिति के कार्यकारी अधिकारी एस सरफराज खान ने ‘पीटीआई’ को बताया कि मक्का के बाहरी इलाके में स्थित मीना घाटी में रमी अल-जमारात (शैतान को पत्थर मारने) की रस्म में शामिल होने के दौरान यह घटना हुई. सऊदी अरब सरकार के साथ रीति-रिवाजों और नियम-कानूनों का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि हज के दौरान मरने वाले लोगों के शवों को उनके मूल स्थान पर वापस नहीं लाया जाता है.
खान ने कहा, ‘रुखसाना और अंसारी दोनों के शवों को संबंधित अधिकारियों द्वारा वहीं दफना दिया गया और मृत्यु प्रमाण पत्र भी उनके जीवनसाथियों को सौंप दिए जाएंगे.’ दोनों पीड़ित अन्य श्रद्धालुओं के साथ 22 जून को यहां लौटने वाले थे. राज्य सरकार को इस साल हज पर जाने के लिए 13,500 लोगों ने आवेदन किया था, जिनमें से 10,300 से अधिक लोगों ने हज यात्रा की.’
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FIRST PUBLISHED : June 21, 2024, 19:35 IST