Cabinet ministers clashed with each other on the issue of flood | बाढ़ के मुद्दे पर आपस में भिड़े हिमाचल प्रदेश के दो मंत्री, सुक्खू सरकार में गुटबाजी आई सामने
Himachal: हिमाचल प्रदेश में जब से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार बनी है, तब से मंत्रियों की गुटबाजी इस तरह सामने आती ही रहती है।
देश में इस समय कई राज्यों में मानसून की बारिश से बाढ़ के हालात बने हुए है। बाढ़ से सबसे ज्यादा, हिमाचल और दिल्ली प्रभावित हुए है। लेकिन इसी बाढ़ को लेकर हिमाचल प्रदेश के दो कैबिनेट मंत्री आमने सामने आ गए है। इससे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार में गुटबाजी एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है। एक तरफ सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इलीगल माइनिंग को बाढ़ का कारण बताया तो उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने उनके बयान को बचकाना बताया है।
बाढ़ प्राकृतिक आपदा नहीं इलीगल माइनिंग का नतीजा- विक्रमादित्य सिंह
हिमाचल में आई बाढ़ से कुल्लू में हुई भारी तबाही को लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इलीगल माइनिंग का नतीजा करार दिया था। विक्रमादित्य सिंह ने कुल्लू में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा था कि यह (बाढ़) कोई प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि यह सब इलीगल माइनिंग की वजह से हो रहा है। यदि नदी अपना रास्ता बदल रही है, तो इसके लिए इलीगल माइनिंग ही बड़ा कारण है।