Rajasthan

बेहत खास है इस कैफे का इंटीरियर, ऑयल ड्रम काटकर बनाए कुर्सी और सोफे, जानें खासियत

मनमोहन सेजू/बाड़मेर. दुनिया मे कोई भी चीज बेकार नही होती है. हर चीज का इस्तेमाल हो सकता है. बशर्ते आपके पास थोड़ा हुनर होना चाहिए. यह हुनर और नजरिया सरहदी बाड़मेर के हैशटैग कैफे एंड रेस्टोरेंट में बखूबी नजर आ रहा है. यहां कबाड़ हो रहे ड्रम को काटकर सोफे और कुर्सियां बनाई गई है जोकि बाड़मेर वासी काफी पसंद कर रहे हैं.

सरहदी बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्थित हैशटैग कैफ़े एंड रेस्टोरेंट अपने इंटीरियर की वजह से ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर रह है. कैफ़े ऑनर सरदारपुरा, बाड़मेर निवासी नीरज जांगिड़ ने इसका इंटीरियर ऑयल के ड्रमों को काटकर तैयार किया है. ड्रम को काटकर सोफे और कुर्सियां बनाई गई है जोकि लोगो के लिए आश्चर्यजनक का विषय है. नीरज ने गुजरात और जोधपुर में रूफटॉप देखे थे उसके बाद उन्होंने बाड़मेर में भी रूफटॉप कैफ़े खोलने का प्लान बनाया और इसके अंदर बैठने की व्यवस्था को बड़े ही नायाब तरीके से तैयार किया है.


आकर्षक लगते हैं फर्नीचर
देखने में बेहद आकर्षक लगने पर ऐसा ही फर्नीचर अपने रेस्टोरेंट के लिए कबाड़ से जुगाड़ कर बनाने का निर्णय लिया. उन्होंने ड्रम से फर्नीचर बनाने का काम शुरू किया. ड्रम की कटिंग करने के साथ ही उसे फर्नीचर का आकार दिया और फोल्ड कर कुछ जगह वेल्डिंग करवाई. सोफे व टेबल का बेस उन्होंने ड्रम काटकर बनाते हुए ऊपर से कुशन कवर लगा दिए है.

 15 से 20 हजार में मिलते हैं ये फर्नीचर 
नीरज पिछले 5 साल से हैशटैग नाम से कैफे चला रहे है. जो काफी पसंद किया जा रहा है. बाजार में जिस एक सेट फर्नीचर की कीमत 15 से 20 हजार है, वही एक सेट महज 5 से 7 हजार रुपये में बनकर तैयार हो गया है. यहां बैठकर बाड़मेर का सुंदर नजारा देख सकते हैं.

खास है ये रेस्टोरेंट
नीरज जागिड़ बताते है कि उन्होंने गुजरात और जोधपुर में एक रूफटॉप देखा था. तब उन्होंने भी बाड़मेर में रूफटॉप खोलने का प्लान बनाया. इसलिए उन्होंने हैशटैग कैफे ऐ रेस्टोरेंट नाम से कैफ़े खोला है जहां लोग आराम से बैठकर एन्जॉय कर सकते है.

Tags: Barmer news, Local18, Rajasthan news

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