Three auspicious yogas formed on Bhadrapad Bhaum Pradosh Vrat 2023 this is right and auspicious time for worship lord shiva and significance of pradosh vrat | Bhaum Pradosh Vrat : भौम प्रदोष व्रत पर बन रहे तीन शुभ योग, कल पूजा का यह है सही समय और मुहूर्त

भोपालPublished: Sep 11, 2023 01:22:35 pm
Bhadrapad Bhaum Pradosh Vrat 2023 प्रदोष व्रत भगवान शिव की आराधना के प्रमुख व्रतों में से एक है। मान्यता है कि इस दिन की जाने वाली प्रदोष व्रत पूजा के समय भगवान शिव प्रसन्न होकर कैलाश पर्वत पर नृत्य करते हैं और प्रसन्न होकर भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। इस दिन ग्रह नक्षत्र कई शुभ योग भी बना रहे हैं, जिसके कारण यह व्रत विशेष हो गया है तो आइये जानते हैं भौम प्रदोष व्रत कब है और कौन से शुभ योग बन रहे हैं…
भौम प्रदोष व्रत भाद्रपद कृष्ण पक्ष 2023
क्या है भौम प्रदोष व्रत
बता दें कि हर महीने की त्रयोदशी तिथि भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है, इस दिन महादेव की पूजा प्रदोषकाल में की जाती है यानी सूर्यास्त से 45 मिनट पहले और 45 मिनट बाद के समय में। जिसके कारण त्रयोदशी के व्रत को प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। इसी के साथ प्रदोष व्रत जिस दिन पड़ता है उसके नाम से इसे प्रदोष कहा जाता है, जैसे सोमवार के दिन प्रदोष पड़ता है तो सोम प्रदोष और मंगलवार को पड़ता है तो भौम प्रदोष। भाद्रपद कृष्ण पक्ष त्रयोदशी का व्रत मंगलवार को है। इसलिए यह व्रत भौम प्रदोष व्रत है।