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चित्तौड़गढ़ में तेज रफ्तार कार के आरपार हो गई सड़क किनारे लगी रेलिंग, बच्चों को नहीं खरोंच भी Rajasthan News-Chittorgarh News-Painful Accident-Road railing entered Inside in car

कार में सवार राकेश के दोनों बच्चों बेटे सत्यम और बेटी आस्था के एक खरोंच भी नहीं आई.

कार में सवार राकेश के दोनों बच्चों बेटे सत्यम और बेटी आस्था के एक खरोंच भी नहीं आई.

Painful accident in chittorgarh: चित्तौड़गढ़ इलाके में हुई इस दुर्घटना ने लोगों को हिलाकर रख दिया. इस दुर्घटना में कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगी रेलिंग से टकरा गई. उसके बाद वह कार को चीरते हुये उसके पीछे से निकल गई.

सुभाष बैरागी

चित्तौड़गढ़. राजस्थान के मेवाड़ इलाके में हुई एक सड़क दुर्घटना (Road accident) ने लोगों के दिल को दहला दिया. यहां तेज रफ्तार से दौड़ रही एक कार अनियंत्रित होकर हाईवे के किनारे लगी रेलिंग से जा टकराई. कार की स्पीड इतनी ज्यादा थी कि रेलिंग (Railing) कार को भीतर से चीरती हुई उसके आरपार हो गई. हादसे के बाद जिसने भी कार की हालत को देखा तो उसका कलेजा बैठ सा गया. हादसे में कार चला रहे युवक की मौत हो गई और उसकी पत्नी घायल हो गई, लेकिन कार में सवार उनके दोनों बच्चों को एक खरोंच भी नहीं आई.

यह दर्दनाक हादसा रविवार को चित्तौड़गढ़ जिले के बेगू थाना इलाके में हुआ. बेगू थानाधिकारी रतनसिंह ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-27 पर अहमदाबाद से शिवपुरी जाते समय नितिन स्पिनर्स से पहले मांडना के पास एक कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगी रेलिंग से टकरा गई. हादसा इतना खतरनाक था कि रेलिंग कार के बोनट से होते हुए उसके भीतर से पीछे तरफ निकल गयी.

शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थेहादसे में कार चालक राकेश सिंह की मौके पर ही मौत हो गयी. उसकी पत्नी अर्चना घायल हो गई. उसे प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है. पुलिस ने राकेश के शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों को सौंप दिया गया है. मृतक के पुत्र सत्यम ने बताया कि वे लोग अहमदाबाद गुजरात से मध्य प्रदेश के शिवपुरी में रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में सम्मिलित होने जा रहे थे. वहां पहुंंचने से पहले ही मांडना के पास कार असंतुलित होकर सड़क किनारे लगी रेलिंग में घुस गई.

जाको राखे साइयां मार सके न कोई

”जाको राखे साइयां मार सके न कोई” की कहावत एक बार फिर इस हादसे में सच साबित हुई. इस हादसे को देखने के बाद कार में सवार किसी के भी जिंदा बचने की कोई उम्मीद नहीं की जा सकती. लेकिन आश्चर्यजनक रूप से इस कार में सवार राकेश के दोनों बच्चों बेटे सत्यम और बेटी आस्था के एक खरोंच भी नहीं आई.





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