आग की राडार में धुला हाउस, सतर्कता से बडा हादसा टला

जयपुर। आग की राडार पर धुला हाउस में लोग किस कदर बारूद के ढेर पर जिन्दगी जीने को आमदा है इसकी बानगी आज दोपहर उस समय देखने को मिली,जब धुला हाउस में विद्युत विभाग की हाल ही लगी डिब्बी में आग लगने से चिन्गारी निकलने के साथ ऐसे धमाके हुए की लोग दुकाने बंद करके भागने लगे। इस अफरा तफरी में विद्युत विभाग के आलाअधिकारी अजीत सक्सैना को मिले मैसेज ने धुला हाउस में एक भयावह हादसा होने से बचा लिया।धुला हाउस व्यापार मंडल अध्यक्ष अर्जुन भागचंदानी का मोबाइल नम्बर 9314970603 आग लगने के बाद से ही स्वीच आफ ओर नोट रिचेबल बतला रहा है।
अग्रिशमन दल की छोटी गाडी भी मौके पर पहुंची,लेकिन घटनास्थल तक पहुंचने में उसे भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा।गनीबत है यह आग दिन के उजाले में लगी जो हाथोंहाथ कंट्रोल कर ली गई,यही आग अगर रात में लगती तो जान-माल के होने वाले नुकसान का अंदाजा लगाना भी मुश्किल होता।
गौरतलब तथ्य यह है कि धुलाहाउस मे अवैधरूप से निर्मित व्यावसायिक परिसरों में प्रतिदिन करोड़ो का व्यापार होता है। इन परिसरों में से आधे से ज्यादा परिसर ऐसे है जिनमें तहखाने भी बने हुए है और कुछ तहखाने मिलीभगत के चलते कोरोना काल में भी बने हैं। तहखानों सहित पूरे धुला हाउस में करीब 16 सौ दुकाने है,जहां करोड़ो का माल सदैव पड़ा रहता है लेकिन सुरक्षा व्यवस्था आग लगने पर कुंआ खोदने जैसी है। एक भी दुकान पर अग्निशमन यंत्र का नहीं होना प्रशासन की लचर व्यवस्था को दर्शा रहा है। प्रशासन को चाहिए कि धुला हाउस जैसे रिहायशी इलाकों में चल रही व्यावसायिक गतिविधियों को लगाम न लगा सके तो कम से कम यहां रहने वालों की सुरक्षा के तो पुख्ता इंतजाम कर दें,अन्यथा आग की राडार पर आए धुला हाउस में कभी भी बारूदी विस्फोट हो सकता है।