कौन होगा जयपुर ग्रेटर नगर निगम का मेयर-आज होगा फैसला-Rajasthan News-Jaipur News-Greater Municipal Corporation controversy-suspended Mayor Dr Soumya Gurjar-Decision will come today– News18 Hindi

गुर्जर ने याचिका में नगरपालिका अधिनियम की धारा-39 के प्रावधानों की वैधानिकता को चुनौती देते हुए कहा था कि स्वायत्त शासन विभाग का निलंबन आदेश पूरी तरह से अवैध है. इसे रद्द करते हुए उन्हें बहाल किया जाए. मेयर गुर्जर के बाद उनके साथ निलंबित किये गये तीन अन्य पार्षद भी हाईकोर्ट पहुंच चुके हैं. उनकी याचिका पर सुनवाई अगले माह होगी.
यह है पूरा मामला
दरसअल इस विवाद की शुरुआत 4 जून को तत्कालीन मेयर सौम्या गुर्जर के चैम्बर से हुई थी. निगम आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव ने चैम्बर में खुद के साथ मारपीट होने और बदसलूकी करने का आरोप लगाया था. इसकी शिकायत राज्य सरकार से करते हुए उन्होंने तीन पार्षदों के खिलाफ ज्योति नगर थाने में मामला भी दर्ज करवाया था. उसके बाद सरकार ने पूरे प्रकरण की जांच करते हुए मेयर और तीनों पार्षदों को निलंबित कर दिया था. उसके खिलाफ मेयर ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी.
पुलिस पेश कर चुकी है चालान
इस मामले में निगम आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव ने ज्योति नगर थाने में मामला भी दर्ज करवाया था. उस पर जांच करते हुए पुलिस ने न्यायालय में चालान भी पेश कर दिया है. अपनी जांच में पुलिस ने सौम्या गुर्जर सहित पांच लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने और मारपीट करने के आरोपों को प्रमाणित माना है. चालान में पुलिस ने मेयर सौम्या गुर्जर, पार्षद शंकर शर्मा, पारस जैन, अजय सिंह और रामकिशोर प्रजापत के खिलाफ चालान पेश किया गया है. इस मामले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है.