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पंजाब में नहीं रुक रही पराली जलाने की घटनाएं? 1 दिन में रिकॉर्ड केस दर्ज, आने वाले दिन और भी भयावह

नई दिल्‍ली. सुप्रीम कोर्ट के सख्‍त निर्देश के बावजूद पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. बुधवार को राज्‍य में पराली जलाए जाने के 2,544 ताजा मामले सामने आई. मंगलवार को यह आंकड़ा 1,776 था. किसान धान की फसल की कटाई के बाद रबी की फसल की बुआई को लेकर काफी जल्‍दबाजी में हैं. यही वजह है कि राज्‍य में नियमों की धड़ल्‍ले से अनदेखी हो रही है. पंजाब में इस साल अब तक पराली जलाए जाने के 30,661 मामले सामने आ चुके हैं. यह संख्‍या अभी भी पिछले साल के मुकाबले करीब 20,000 कम है.

न्‍यूज एजेंसी एएनआई ने पंजाब के भठिंडा में खेतों में पराली जलाए जाने का ताजा वीडियो अपने आधिकारिक एक्‍स अकाउट पर शेयर किया. उपलब्‍ध आंकड़ों के अनुसार बुधवार को 2,544, मंगलवार को 1,776 और सोमवार को 1,624 से अधिक पराली जलाए जाने के मामले सामने आए. पिछले साल खेत में आग लगने की 49,992 घटनाओं में से 6,703 16 से 30 नवंबर के बीच दर्ज की गईं. 2021 में 71,304 मामलों में से यह संख्या 4,284 थी.

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पराली जलाए जाने से क्‍यों नहीं रोक पाई पुलिस? 
फसल पैटर्न में नाटकीय बदलाव या राज्य अधिकारियों के अप्रत्याशित हस्तक्षेप को छोड़कर, यह संभावना है कि अगले कुछ दिनों में और अधिक आग जलेगी और प्रदूषण के बादलों को राष्ट्रीय राजधानी की ओर धकेल देगी. पुलिस अधिकारियों ने प्रवर्तन की विफलता के लिए जमीन पर रसद की कमी और निवासियों से सहयोग की कमी को जिम्मेदार ठहराया.

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सरपंचों से मांगी गई जानकारी
पंजाब के एक पुलिस उपाधीक्षक ने हिन्‍दुस्‍तान टाइम्‍स से बातचीत के दौरान कहा, “यहां तक कि एसएचओ ने सरपंचों को अपने-अपने गांवों में पराली की आग की जानकारी देने का निर्देश दिया, लेकिन कुछ नहीं हुआ. इसके अलावा, ऐसी कोई वैज्ञानिक प्रणाली नहीं है जो हमें किसी क्षेत्र में खेत में आग लगने की वास्तविक समय में तत्काल रिपोर्ट दे सके ताकि तुरंत कार्रवाई की जा सके.”

Tags: Punjab news, Stubble Burning, Stubble fires, Stubble smoke in delhi

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