jaipur E-Rickshaw became a huge problem for jaipur traffic rajasthan news | ई-रिक्शा…बननी थी अपने जयपुर की लाइफलाइन, बन गई हमारे जी का जंजाल
Jaipur E-Rickshaw : प्रदूषण कम करने और सुगम परिवहन सेवा शुरू करने के उद्देश्य से राजधानी में ई-रिक्शा की शुरुआत की गई थी। लेकिन शहर की लाइफ लाइन बनने की बजाय ई-रिक्शा हमारे जी का जंजाल बन चुकी है।
Jaipur Traffic : प्रदूषण कम करने और सुगम परिवहन सेवा शुरू करने के उद्देश्य से राजधानी में ई-रिक्शा की शुरुआत की गई थी। लेकिन शहर की लाइफ लाइन बनने की बजाय ई-रिक्शा जाम का कारण बन गए हैं। परिवहन विभाग और पुलिस ने ई-रिक्शा के संचालन की मॉनिटरिंग नहीं की। जब भी ई-रिक्शा को लेकर बैठकों का दौर चला तो पॉलिसी जरूर बनी लेकिन कागजों मेें ही दबकर रह गई।
नतीजा यह रहा कि शहर में ई-रिक्शा की संख्या बढ़ती गई। वर्तमान में जयपुर में करीब 29 हजार ई-रिक्शा संचालित हो रहे हैं। बिना नियम-कायदे इनका संचालन हो रहा है। परकोटा क्षेत्र में हाल और भी खराब है। परकोटे में करीब 15 हजार ई-रिक्शा चल रहे हैं। परकोटे के बाहर भी करीब इतने ही ई-रिक्शा संचालित हो रहे हैं। मुख्य सड़कों पर ई-रिक्शा जाम का कारण बन रहे हैं।