Hanuma Vihari Reveals Reason Behind Quit Captaincy Never Play For Andhra Ranji Trophy | ‘नेता के बेटे पर चिल्लाया तो छीन ली कप्तानी’, अब आंध्रा के लिए कभी क्रिकेट नहीं खेलेंगे हनुमा विहारी

हनुमा विहारी ने रणजी ट्राफी 2024 के पहले मुक़ाबले के बाद आंध्र टीम की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि आंध्रा टीम में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। उनकी जगह रिकी भुई को कप्तान बनाया गया था। लेकिन अब क्वार्टर फाइनल में मध्य प्रदेश से हारने के बाद आंध्रा का सफर समाप्त हो गया है। ऐसे में उन्होंने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है।
विहार ने मैच के बाद लिखा, ‘बंगाल के खिलाफ पहले गेम में मैं कप्तान था, उस गेम के दौरान मैं 17वें खिलाड़ी पर चिल्लाया और उसने अपने पिता (जो एक नेता हैं) से शिकायत की, बदले में उसके पिता ने एसोसिएशन से मेरे खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा। हालांकि, हमने पिछले साल की फाइनलिस्ट बंगाल के खिलाफ 410 रन का पीछा किया था, लेकिन मुझे बिना किसी गलती के कप्तानी से इस्तीफा देने के लिए कहा गया।
हनुमा विहारी ने अंत में लिखा, ‘- मैंने फैसला किया है कि मैं आंध्रा के लिए कभी नहीं खेलूंगा जहां मैंने अपना आत्मसम्मान खो दिया है। मुझे टीम से प्यार है। जिस तरह से हम हर सीजन में बढ़ रहे हैं, मुझे वह पसंद है लेकिन एसोसिएशन नहीं चाहती कि हम आगे बढ़ें।’
Ranji Trophy 2023/24 pic.twitter.com/PXHNG487BQ
— Hanuma vihari (@Hanumavihari) February 26, 2024
हनुमा विहारी ने यहां किसी का नाम नहीं लिखा लेकिन टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज केएन पृथ्वीराज ने जवाब देते हुए लिखा- मैं वह आदमी हूं जिसे आप उस कमेंट बॉक्स में खोज रहे हैं। आप लोगों ने जो कुछ भी सुना वह बिल्कुल झूठ है, खेल से बढ़कर कोई नहीं है और मेरा स्वाभिमान किसी भी चीज से बहुत बड़ा है। किसी भी मंच पर व्यक्तिगत हमले और अभद्र भाषा अस्वीकार्य है। टीम में हर कोई जानता है कि उस दिन क्या हुआ था। इस सहानुभूति के खेल को आप जैसे चाहें खेलें।’
बता दें विहारी ने भारत के लिए पिछली बार 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में मैच खेला था और अब उनकी नजरें भारत की टेस्ट टीम में दोबारा जगह बनाने पर है। पिछले सीज़न में उन्होंने आंध्रा की कप्तानी करते हुए टीम को क्वार्टर फाइनल तक पहुंचाया था। उन्होंने पिछले सत्र 14 पारियों में 35 की औसत से दो अर्धशतक समेत 490 रन बनाए थे। इसके बाद वह साउथ जोन के लिए दलीप ट्रॉफी और सौराष्ट्र के खिलाफ रेस्ट ऑफ इंडिया की ओर से ईरानी कप में खेले।