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Hormonal Imbalance in Women : सिर्फ मिजाज़ नहीं, ये लक्षण बताते हैं हॉर्मोन असंतुलन | Not Just Mood Swings These Signs Indicate Hormonal Imbalance

लेकिन कभी-कभी शरीर में किसी एक या एक से ज्यादा हॉर्मोन की कमी या ज्यादा हो जाती है. इसे ही हॉर्मोन असंतुलन (Hormonal Imbalance) कहते हैं. इसकी वजह से कई बीमारियां भी हो सकती हैं.

हॉर्मोन असंतुलन (Hormonal Imbalance) महिलाओं में ज्यादा पाया जाता है.

शरीर में हॉर्मोन असंतुलन के संकेत Signs of hormonal imbalance in the body

– शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर हॉर्मोन असंतुलन का असर पड़ता है. इसके कुछ आम लक्षण हैं:

अनियमित पीरियड्स Irregular periods: महिलाओं में पीरियड्स का अनियमित (Irregular periods) होना हॉर्मोन असंतुलन (Hormonal Imbalance) का सबसे आम संकेत है. पीरियड्स समय से न आना, उनका ज्यादा या कम होना, ये सब हॉर्मोन असंतुलन की तरफ इशारा करते हैं.

मिजाज़ में बदलाव Mood changes: महिलाओं में हॉर्मोन का असंतुलन (Hormonal Imbalance) उनके मूड को भी प्रभावित करता है. अचानक गुस्सा आना, चिड़चिड़ापन रहना ये सब हॉर्मोन असंतुलन के कारण हो सकते हैं.

वजन में बदलाव Change in weight:: बिना वजह वजन का तेजी से बढ़ना या घटना भी हॉर्मोन असंतुलन (Hormonal Imbalance) का संकेत हो सकता है.

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शारीरिक बदलाव Physical changes: त्वचा में रुखापन या ज्यादा ऑयलीपन, बालों का झड़ना, सेक्स ड्राइव में कमी ये सब भी हॉर्मोन असंतुलन (Hormonal Imbalance) के कारण हो सकते हैं.

नींद में परेशानी और थकान Trouble sleeping and fatigu: हॉर्मोन असंतुलन (Hormonal Imbalance) की वजह से नींद न आने या जल्दी थक जाने की समस्या भी हो सकती है.

अगर आपको ऐसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें. वो कुछ टेस्ट कर हॉर्मोन लेवल की जांच कर सकते हैं और फिर इलाज की सलाह दे सकते हैं.

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हॉर्मोन संतुलन के लिए जरूरी विटामिन Vitamins essential for hormone balance

न्यूट्रीशनिस्ट का कहना है कि सही खानपान से हॉर्मोन को संतुलित (Hormonal balance) रखा जा सकता है. विटामिन डी Vitamin D: यह विटामिन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन जैसे हॉर्मोन को संतुलित रखने का काम करता है. इसकी कमी से गर्भधारण में दिक्कत हो सकती है.

विटामिन सी Vitamin C: यह विटामिन कोर्टिसोल और एड्रनलिन जैसे हॉर्मोन (Hormon) को नियंत्रित करता है. इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और प्रजनन क्षमता भी ठीक रहती है.

विटामिन बी6 Vitamin B6: यह विटामिन तंत्रिका तंत्र और रोग प्रतिरोधक क्षमता को दुरुस्त रखता है. इससे पीरियड्स से पहले होने वाली परेशानियों को कम किया जा सकता है.

विटामिन ई Vitamin E: यह विटामिन प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है. साथ ही पीरियड्स के दर्द को भी कम करता है.

पौष्टिक आहार लेकर और जरूरी विटामिन का सेवन कर आप हॉर्मोन असंतुलन को दूर रख सकती हैं.

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