इस दिन से शुरू हो रहा खर माह, ग्रहों के राजा इस राशि में करेंगे प्रवेश, भूलकर भी ना करें ये काम
निशा राठौड़/उदयपुर:- ग्रहों के राजा सूर्यदेव 14 मार्च को दोपहर 12:36 बजे मीन राशि में प्रवेश करेंगे. इसके साथ ही खर माह शुरू हो जाएगा, जो 13 अप्रैल तक रहेगा. इस दौरान मान्यता के अनुसार मांगलिक कार्यों पर पाबंदी रहेगी और न विवाह मुहूर्त आएंगे, न यज्ञोपवीत संस्कार हो सकेंगे.
पंडित जितेंद्र त्रिवेदी ने लोकल 18 को बताया कि सूर्यदेव और देव गुरु बृहस्पति की ज्योतिषीय तर्क ये है कि जब राजा अपने गुरु के घर जाता है, वह राज-पाट भूलकर गुरु सेवा में रहता है. यानी गुरु के घर के काम करता है. ठीक उसी तरह ग्रहों के राजा सूर्य देव भी मीन राशि में गुरु सेवा में लगेंगे. खर मास की अवधि में मांगलिक कार्यक्रम नहीं किए जाते हैं. यदि किए भी गए, तो सूर्य का बल या प्रभाव सकारात्मक नहीं होता.
इसलिए नहीं होते खरमास में शुभ मुहूर्त
पं. त्रिवेदी Local 18 को आगे बताते हैं कि भारतीय संस्कृति में कोई भी शुभ कार्य करने के लिए पंचदेवों की पूजा की जाती है. ये पंच देव गणेश, शिव, विष्णु, देवी दुर्गा और सूर्य हैं. शुभ कार्य में इनमें से किसी एक का भी प्रभाव सकारात्मक न हो, तो वह कार्य पूर्ण नहीं माना जाता है. धनु और मीन संक्रांति के दौरान सूर्य और बृहस्पति अनुपस्थित रहते हैं या यानि पंचदेव एक साथ उपस्थित नहीं रहते हैं. यहीं कारण है कि मल मास या खर मास में शुभ मुहूर्त भी नहीं होते हैं.
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वे गुरु मंत्र का करें जाप
जिस जातक की कुंडली में गुरु या सूर्य खराब स्थिति में हैं या चौथे, आठवें या 12वें भाव में हैं, उन्हें मीन या धनु की संक्रांति में गुरु मंत्र का जाप करना चाहिए. ज्योतिषविदों के अनुसार विशेषकर इस माह में ऐसा करने से सूर्य और गुरु भी सकारात्मक बन जाएंगे. सूर्य को जल के अर्घ्य भी देना श्रेष्ठ है.
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FIRST PUBLISHED : March 13, 2024, 10:49 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.