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‘मजहब बदलेंगे तो दोस्ती, वरना…’ हैदराबाद ‘नरसंहार’ की बखिया उधेड़ती फिल्म, ट्रेलर देख खड़े हुए रोंगटे

नई दिल्ली: 1947 में अंग्रेजों से आजादी के बाद, भारत के हैदराबाद में एक नरसंहार हुआ, जिसके बारे में न लोगों को ज्यादा पता है और न ही उन्हें इसके बारे में बताया गया है. फिल्म ‘रजाकार द साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद’ की कहानी इसी नरसंहार पर आधारित है. यह फिल्म 26 अप्रैल को हिंदी के साथ तेलुगू, तमिल, कन्नड़ और मलयालम में भी बड़े पर्दे पर रिलीज होगी. फिल्म का ट्रेलर सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है.

ट्रेलर की शुरुआत में औरतों, बच्चों और बुजुर्गों पर अत्याचार होते हुए दिखाया गया है. फिल्म का डायलॉग- ‘मजहब बदलेंगे तो दोस्ती, वरना दुश्मन’, जब कानों में गूंजता है, तो उस दौर के सांप्रदायिक माहौल का अंदाजा होने लगता है. हैदराबाद का निजाम आदेश देता है कि ओमकार सुनाई नहीं देना चाहिए और भगवा दिखाई नहीं देना चाहिए. दूसरी तरफ, निजाम के पास सरदार पटेल का संदेश आता है, जिसमें कहा गया कि हैदराबाद को हिंदुस्तान में विलय नहीं किया तो हालात बिगड़ जाएंगे. इस अत्याचार से मुक्ति दिलाने के लिए भारतीय फौज और बहादुर फ्रीडम फाइटर आ रहे हैं.

ट्रेलर में सरदार पटेल का संवाद ‘न संधि, न समर्पण, अब बस युद्ध होगा’, लोगों के मन में जोश भर जाता है. ट्रेलर पर एक यूजर ने कमेंट किया है, ‘इस विषय पर बहुत पढ़ाया है. आज खुश हूं कि कोई इस दर्दनाक घटना को फिल्म के माध्यम से दिखा रहा है.’ समरवीर क्रिएशन एलएलपी के बैनर तले निर्मित फिल्म ‘रजाकार द साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद’ के निर्माता गुदुर नारायण रेड्डी हैं. फिल्म को यता सत्यानारयणा ने डायरेक्ट किया है. फिल्म 26 अप्रैल को पूरे भारत को हैदराबाद के साइलेंट नरसंहार की कहानी बताने आ रही है.

सरदार वल्लभ भाई पटेल को किया याद
फिल्म को गुदुर नारायण रेड्डी ने प्रोड्यूस किया है. फिल्म की स्टार कास्ट मकरंद देशपांडे, तेज सप्रू, राज अर्जुन, अनुसृया त्रिपाठी का नाम शामिल है. इसी बीच फिल्म के निर्माता गुदुर नारायण रेड्डी और फिल्म की कास्ट गुजरात स्थित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पहुंची. यहां पहुंच कर उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद किया और उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया. आपको बता दें, सरदार पटेल ही एकमात्र ऐसे नेता थे, जिन्होंने हैदराबाद का भारत में विलय करवाया था. फिल्म निर्माता गुदुर रेड्डी का कहना है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल फादर ऑफ हैदराबाद हैं. अगर वह नहीं होते, तो आज हैदराबाद भारत का हिस्सा नहीं होता. स्टैचू ऑफ यूनिटी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है, इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.

तेज सप्रू ने निभाया सरदार वल्लभ भाई पटेल का रोल
फिल्म में सरदार वल्लभ भाई पटेल का किरदार तेज सप्रू निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को पर्दे पर निभाना मेरे लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था. आज मैं स्टैचू ऑफ यूनिटी में आया हूं, तो यह मेरे लिए बहुत ही गर्व का पल है. यहां से संदेश पूरे देश को जाएगा कि यह फिल्म सभी को देखनी चाहिए. वहीं, फिल्म निर्माता गुदुर नारायण रेड्डी ने कहा कि रजाकार को साउथ इंडिया की भाषाओं के साथ अब हिंदी में भी बड़े पर्दे पर रिलीज किया जा रहा है. इसका उद्देश्य यह है कि हम इस नरसंहार की कहानी देश के कोने-कोने तक पहुंचाना चाहते हैं. हम लोगों को रजाकारों के अत्याचारों की कहानी बताना चाह रहे हैं. हमें लगता है कि स्टैचू ऑफ यूनिटी से यह भी बताना चाहते हैं कि लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने देश को एक किया, इसके लिए उन्होंने बहुत संघर्ष भी किया है. हमें उनके इस कारनामे को कभी नहीं भूलना चाहिए.

Tags: Bollywood, Entertainment news.

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