केन्द्रीय राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने पेयजल के बहाने साधा सीएम गहलोत पर निशाना Rajasthan News- Jaipur News- Union Minister of State Kailash Chaudhary targeted CM Gehlot on the pretext of drinking water


कैलाश चौधरी ने कहा कि अधिकारीगण भी राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में मजबूर है और प्रदेश सरकार असंवेदनशील है.
Kailash Chaudhary Vs Ashok Gehlot: केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने पश्चिमी राजस्थान में हो रहे पेयजल संकट (Drinking water crisis) को लेकर सीएम अशोक गहलोत पर बड़ा सियासी हमला किया है.
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने अपने संसदीय क्षेत्र बाड़मेर-जैसलमेर के विभिन्न क्षेत्रों में बीते कुछ महीनों से चल रही पेयजल की समस्या के समाधान को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बड़ा सियासी हमला किया है. चौधरी ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि संपूर्ण क्षेत्र से आमजन इस समस्या की शिकायत कर रहे हैं. पेयजल के लिए आम आदमी को संघर्ष करना पड़ रहा है. लेकिन राज्य सरकार पेयजल जैसे महत्वपूर्ण विषय पर भी गंभीर नहीं है.
प्रदेश सरकार पर लगाया असंवेदनशील होने का आरोप
कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने पेयजल किल्लत को लेकर विभिन्न तस्वीर एवं स्थानीय समाचार पत्रों की खबरें शेयर करते हुए लिखा कि पेयजल के अभाव में किसानों को पशुधन की भी हानि हो रही है. परिवारों को पेयजल की व्यवस्था करने के लिए हजारों रुपए प्रति महीना भी खर्च करना पड़ रहा है. कैलाश चौधरी ने कहा कि आम आदमी संकट में है. अधिकारीगण भी राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में मजबूर है और प्रदेश सरकार असंवेदनशील है. मुख्यमंत्री गहलोत से आग्रह है कि वे इस मामले पर संज्ञान लेकर क्षेत्र की जनता की सुध लें और पेयजल समस्या का निवारण करें.प्रदेश में जल जीवन मिशन की धीमी गति
जल जीवन मिशन को लेकर इससे पहले केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी प्रदेश सरकार पर लगातार काम नहीं करने का आरोप लगाते रहे हैं. हाल ही में गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आंकड़ों के जरिए जल जीवन मिशन की धीमी गति को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा था. केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए हमने कोरोना जैसी महामारी के बावजूद सिर्फ 15 महीने में सवा चार करोड़ घरों तक पीने का पानी पहुंचाया है, लेकिन राजस्थान में 1.12 करोड़ घरों में से सिर्फ 12 फीसदी घरों तक पानी पहुंच पाया है.