माता-पिता से दूर नाना के पास रहकर हर्षित ने क्वालीफाई की नीट, 720 में पाए 700 अंक-Harshit qualified NEET by staying away from his parents and staying with his maternal grandfather
झुंझुनूं : हाल ही में जारी हुए नीट के रिजल्ट में झुंझुनू के कई बच्चों ने सफलता हासिल की है. बच्चों ने अच्छे अंक बनाए हैं. यह अच्छे अंक बनाने के लिए कोई अपने घर रहकर तैयारी कर रहा था, तो कोई घर से बाहर हॉस्टल लेकर रह रहा था तो कोई रूम लेकर तैयारी कर रहा था. इसी तरह हर्षित भी अपने नाना के पास रहकर पढ़ाई कर रहा था. पिछले 6 साल से वो नाना के साथ रहकर पढ़ाई कर रहा है. यहां पर पढ़ाई करते हुए उन्होंने 720 में से 700 अंक हासिल कर सबको गौरवान्वित किया है.
हर्षित 700 अंक हासिल करने के राज के बारे में जानकारी देते हुए बताते हैं कि वह कोचिंग में जो बताया जाता था उसके अनुसार काम करते थे. कोचिंग से आने के बाद 2 घंटे रेस्ट करता था.उसके पश्चात जो कोचिंग में पढ़ाया गया था उसका रिवीजन करता था. हर्षित ने बताया कि वह रात को एक दो बजे तक पढ़ाई किया करते थे. वह सुबह लेट उठता था. उनका जो भी पीछे का बकाया होता था उसे भी वह समय पर पूरा करता था. वह एक्स्ट्रा सवाल भी करने की कोशिश इस दौरान किया करता था.
12वीं के साथ में तैयारी करने के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि एग्जाम के टाइम पर थोड़ा मुश्किल होने लगा पर एग्जाम के बाद पहले की तैयारी की हुई उन्हें काफी मददगार साबित हुई. इसी की बदौलत उनके 720 में से 700 अंक आए हैं. उन्होंने बताया कि नाना के पास पढ़ाई करते हुए उन्होंने दसवीं में 94% हुए 12वीं में 90% के साथ ही नीट में 720 में से 700 अंक हासिल किए हैं. उनकी सफलता से आज उनका पूरा परिवार बहुत खुश है.
हर्षित के नाना रिटायर्ड सूबेदार अमर सिंह खींचड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि हर्षित छठी क्लास से उनके पास में ही पढ़ाई कर रहा है. हर्षित के पापा हनुमानगढ़ में होटल संचालक हैं. वहां पर अच्छे स्कूल और कोचिंग न होने की वजह से उन्होंने हर्षित को अपने पास रखा. इसके साथ ही यहां पर तैयारी करवाई. उनका शेड्यूल उन्होंने एक आर्मी मैन की तरह बनाया, जिससे हर्षित ने यह सफलता हासिल की. हर्षित के मामा भी मेडिकल लाइन से हैं. उनसे भी वह काफी प्रभावित है.
हर्षित ने अपनी सफलता का श्रेय अपने नाना व माता-पिता के साथ में अपने गुरुजनों को दिया. हर्षित ने कहा कि उन्हें मॉक टेस्ट पर ज्यादा फोकस करना चाहिए. मॉक टेस्ट में हासिल होने वाले नंबर पर ज्यादा ध्यान में देकर ज्यादा से ज्यादा टेस्ट सॉल्व नहीं करनी चाहिए जिस भी आसानी से सफलता हासिल कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : June 7, 2024, 17:43 IST