अंगूठाछाप आए थे, आज पढ़ रहे अखबार…राजस्थान की जेल में बरगद के नीचे लग रही कैदियों की क्लास
रविन्द्र कुमार/झुंझुनूं. जिस जगह कैदी अपने अपराध की सजा काटने आते हैं, वह दरअसल सुधार गृह होता है. यहां अपराध करके आए लोगों को सुधरने का मौका दिया जाता है. राजस्थान का झुंझुनूं जिला जेल इन दिनों वास्तविक में यहां के निरक्षर कैदियों के लिए सुधार गृह ही बना हुआ है. जिला जेल में निरक्षर बंदियों को साक्षर करने के प्रयास किए जा रहे हैं. निरक्षर बंदियों को साक्षर करने के लिए जेल में खुले आसमान के नीचे क्लास लग रही है, बरगद के पेड़ के नीचे उन्हें अक्षर ज्ञान के साथ बेसिक गणित की शिक्षा दी जा रही है.
जेल अधीक्षक प्रमोद सिंह ने लोकल18 को बताया कि जेल में साक्षरता को लेकर चलाए जा रहे अभियान का फायदा इन निरक्षर बंदियों को मिलने लगा है. कई कैदियों ने अखबार पढ़ना सीख लिया है. कई को गिनती आ गई है. जेल में आते समय जो बंदी अंगूठा लगा कर आए थे, वे यहां से निकलते समय हस्ताक्षर करके बाहर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिला साक्षरता विभाग के सहयोग से जेल में कैदियों को साक्षर बनाने का यह अभियान चलाया जा रहा है.
जेल अधीक्षक ने बताया कि निरक्षर बंदियों को पढ़ने के लिए समय-समय पर जिला साक्षरता अभियान के तहत सामान उपलब्ध करवाया जा रहा है. इन कैदियों के लिए जेल परिसर में ही कक्षा लगाई जाती है, जहां इन्हें ककहरा से लेकर बेसिक गणित का ज्ञान दिया जाता है. वहीं जेल में जो पढ़े-लिखे बंदी हैं, वे भी इन निरक्षर कैदियों को साक्षर बनाने का प्रयास कर रहे हैं. जेल अधीक्षक ने बताया कि बंदियों में शिक्षा की अलख जगाकर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
FIRST PUBLISHED : June 19, 2024, 19:15 IST