कॉलेज में रेगुलर एडमिशन वाले स्टूडेंट्स की अब 75% अटेंडेंस अनिवार्य, ऐसा नहीं होने पर छात्रवृत्ति भी रुकेगी

जयपुर. कॉलेजों के रेगुलर स्टूडेंट्स के लिए अब 75 फीसदी अटेंडेंस अनिवार्य कर दी गई है. शिक्षा विभाग ने सभी कॉलेजों को निर्देश जारी किया है कि 75 फीसदी से कम अटेंडेंस पर स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप व इंटरनल असेसमेंट के अंक से वंचित रहना पड़ेगा. साथ ही उन्हें एग्जाम में भी नहीं बैठने दिया जाएगा. नियमित विद्यार्थी टाइम टेबल के अनुसार अपनी कक्षाओं में उपस्थित दर्ज कराएं. 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले स्टूडेंट्स नियमित विद्यार्थी के रूप में परीक्षा नहीं दे पाएंगे.
साथ ही सेमेस्टर प्रणाली में स्तर पर किए जाने वाले इंटरनल असेसमेंट में अटेंडेंस के आधार पर मिलने वाले मार्क्स और छात्रवृत्ति के लाभ से भी वंचित हो जाएंगे. गौरतलब है कि कॉलेजों में दस्तावेज सत्यापन व ई-मित्र पर शुल्क जमा कराने की अंतिम तिथि को बढ़ा दिया गया है.कॉलेज आयुक्तालय द्वारा संशोधित ऑनलाइन प्रवेश कार्यक्रम के तहत विद्यार्थी 6 अगस्त तक दस्तावेज सत्यापन व ऑनलाइन शुल्क जमा करा सकेंगे.
इन योजनाओं का नहीं मिलेगा फायदा12वीं में आरबीएसई में 65% व सीबीएसई बोर्ड में 75% से अधिक अंक लाने वाली रेगुलर छात्राओं को काली बाई भील स्कूटी योजना के तहत स्कूटी दी जाती है. देवनारायण स्कूटी योजना, आरबीएसई या सीबीएसई में 12वीं में 50% या अधिक अंक प्राप्त करने वाले अति पिछड़ा वर्ग में गुर्जर सहित 5 जातियों की छात्राओं को स्कूटी व प्रोत्साहन राशि देते हैं.
उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति योजना, ढाई लाख से कम आय वर्ग के स्टूडेंट्स को कक्षा 12वीं में 60% प्राप्त कर पहले 1 लाख आवेदन करने वाले कॉलेज के नियमित छात्र-छात्राओं को दी जाती है. बालिका दूरस्थ शिक्षा योजना, विधवा/परित्यक्ता मुख्यमंत्री (बीएड) संबल योजना, स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप आदि योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा.
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FIRST PUBLISHED : August 4, 2024, 13:46 IST