सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने ही वाला था पर सारण पुलिस ने साजिश का भंडाफोड़ किया, छपरा में 3 गिरफ्तार
छपरा. बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा संपन्न हो गई. इस पूरी परीक्षा के दौरान पेपर लीक की आशंका को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए थे. इस क्रम में छपरा में भगवान बाजार थाना के राम जानकी मंदिर के पास पुलिस ने छापेमारी कर पुलिस भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने पहुंचे सॉल्वर गैंग के तीन सदस्य को गिरफ्तार किया है. हालांकि उनका सरगना फरार होने में सफल रहा. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई बढ़ाते हुए सॉल्वर गैंग सरगना कृष्णकांत सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की. इस पर सिपाही भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की साजिश रचने का आरोप है. इससे पहले गिरफ्तार किये गए तीन लोगों से पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, सर्टिफिकेट और बैंक चेक के साथ कई आपत्तिजनक सामान बरामद किए हैं. ये कार्रवाई भगवान बाजार पुलिस और एसआईटी की संयुक्त रूप से की थी.
बताया जा रहा है कि पुलिस ने आज होने वाली परीक्षा की फुल प्रूफ तैयारी की थी. इसी दौरान सारण के एसपी कुमार आशीष को सूचना मिली कि कुछ लोग व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से परीक्षा संबंधित चैटिंग कर रहे हैं. इसके सत्यापन के बाद पुलिस ने छात्रधारी बाजार राम जानकी मंदिर के पास एक कोचिंग संस्थान में पहुंचे जहां छापेमारी के दौरान तीन लोग गिरफ्तार किए गए, जिसमें पंकज सिंह, विवेक कुमार और अमपु कुमार यादव का नाम शामिल है. इनके पास से पुलिस में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के ओरिजिनल प्रमाण पत्र, 20 ब्लैंक चेक, दो पासबुक, तीन मोबाइल के साथ ही ब्लूटूथ डिवाइस और लैपटॉप बरामद किये.
एडिशनल एसपी राज किशोर सिंह ने बताया कि राम जानकी मंदिर के पास रचित कॉम्पिटेटिव पॉइंट है, जिसका संचालक कृष्णकांत इस पूरे गिरोह का सरगना है. एडिशनल एसपी राज किशोर सिंह ने बताया कि आज होने वाली पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर पुलिस पहले से ही अलर्ट पर थी और इसे लेकर सोशल मीडिया की निगरानी की जा रही थी. इसी दौरान पुलिस की सूचना मिली कि एक व्हाट्सएप ग्रुप में कुछ लोग चैटिंग कर रहे हैं, जिसमें परीक्षा संबंधित बातें की जा रही है.
एएसपी ने बताया कि इसके अनुसंधान के बाद पुलिस कोचिंग संस्थान में छापेमारी करने पहुंची जहां तीन लोग गिरफ्तार किए गए. पुलिस के अनुसार, सभी छात्र-छात्राओं से ₹600000 में यह लोग डील कर परीक्षा में पास करते थे. इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए छात्र-छात्राओं को परीक्षा में मदद पहुंचाई जाती थी, लेकिन इस बार परीक्षा के पूर्व ही पुलिस ने इनके खेल का पर्दाफाश कर दिया.
FIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 19:01 IST