Kota Dussehra Mela: यहां रावण गर्दन घुमाएगा और तलवार भी चलाएगा, कई खूबियों से भरा होगा यह, जानें सबकुछ
हिमांशु मित्तल.
कोटा. देशभर में प्रसिद्ध कोचिंग सिटी कोटा के दशहरे मेले में इस बार स्पेशल रावण नजर आएगा. यह रावण गर्दन भी घुमाएगा और तलवार भी चलाएगा. रावण के इस खास पुतले को तैयार करने के लिए कारीगर दिन रात जुटे हैं. रावण के इस पुतले को तैयार करने में 500 बांस का उपयोग किया जा रहा है. रावण का यह पुतला 80 फीट ऊंचा होगा. राष्ट्रीय दशहरे मेले के दौरान 12 अक्टूबर को रावण दहन किया जाएगा. मेले की तैयारियां जोर शोर से चल रही है.
जानकारी के अनुसार कोटा में आयोजित होने वाला राष्ट्रीय दशहरा मेला हर बार अलग-अलग खूबियों से भरा होता है. इस बार रावण के पुतले को लेकर नवाचार किया जा रहा है. यहां दहन के लिए रावण के साथ मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले भी तैयार किए जा रहे हैं. कोटा नगर निगम ने इस बार पुतले बनाने का टेंडर दिल्ली के कारीगरों को दिया है. इसके लिए 15 कारीगरों की टीम दिन-रात रावण के कुनबे को तैयार करने में जुटी है.
मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले 60-60 फीट के होंगेरावण का पुतला जहां 80 फीट लंबा होगा वहीं मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले 60-60 फीट के होंगे. तीनों पुतलों के धड़, सिर और पैर बनाने का काम तेजी से चल रहा है. 10 अक्टूबर से पहले सभी पुतले बनकर तैयार हो जाएंगे. उसके बाद इन्हें विजय श्री रंगमंच पर खड़ा किया जाएगा. खास बात यह है कि इनको खड़ा करने में बनने से ज्यादा खर्च लग जाता है. रावण के कुनबे के पुतलों को बनाने के लिए करीब 500 बांस के साथ ही लगभग 300 किलो कागज की रद्दी, डेढ़ सौ किलो से ज्यादा मैदा और रस्सी का उपयोग किया जा रहा है.
करीब 7.30 लाख रुपये की लागत आएगीरावण के कुनबे को बनाने में करीब 7.30 लाख रुपये की लागत आएगी. इनमें रावण के पुतले को खास तरीके से बनाया जा रहा है. दहन के दिन यह रावण आंखें झपकाएगा, गर्दन घुमाएगा और भी तलवार चलाएगा. कोटा का दशहरा मेला बेहद प्रसिद्ध है. इसे देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ती है. मेले के लिए काफी समय से पहले ही तैयारियां शुरू हो जाती है.
Tags: Dussehra Festival, Kota news, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : September 28, 2024, 09:57 IST