Rajasthan
विदेशी प्रोडक्ट से अच्छा देसी मखाना, शादी, त्योहार, पूजा और व्रत इसके बिना है अधूरा – हिंदी
01
धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि मखाना को देवताओं का भोजन कहा गया है. इसके उपयोग के बिना जन्म, मृत्यु, शादी, गोद भराई, व्रत-उपवास और यज्ञ हवन अधूरे हैं. मखाने का हर जगह विशेष महत्व रहता है. मखाना ऑर्गेनिक हर्बल उत्पाद में आता है, क्योंकि यह बिना किसी रासायनिक खाद या कीटनाशक के उपयोग के उगाया जाता है.