REET-Examover.result,now Waiting For Result – REET- परीक्षा समाप्त अब परिणाम का इंतजार

लंबे समय से रीट परीक्षा के आयोजन का इंतजार कर रहे लाखों अभ्यार्थियों का इंतजार समाप्त हो गया। प्रदेश भर में रीट परीक्षा सम्पन्न हो गई और अब पिछले तीन सालों से कड़ी मेहनत कर रहे अभ्यार्थियों को इंतजार है परिणाम का।

ढाई घंटे में हल करने थे 150 प्रश्न
लंबे समय से रीट परीक्षा के आयोजन का इंतजार कर रहे लाखों अभ्यार्थियों का इंतजार समाप्त हो गया। प्रदेश भर में रीट परीक्षा सम्पन्न हो गई और अब पिछले तीन सालों से कड़ी मेहनत कर रहे अभ्यार्थियों को इंतजार है परिणाम का। जिससे उन्हें पता चलेगा कि उनकी मेहनत सफल हो पाई है अथवा नहीं। परीक्षा केंद्रों से परीक्षा देकर निकले अभ्यार्थियों से हमने बात की और जाना कि किस तरह का उनका पेपर आया था और परीक्षा केंद्रों पर उनके लिए किस प्रकार के इंतजामात किए गए थे।
परीक्षार्थियों के मुताबिक प्रथम स्तर की परीक्षा में 5 खंडों में प्रश्न पूछे गए, हर खंड में 30.30 बहुविकल्प प्रश्न थे और हर खंड में प्रश्नों के 30.30 अंक निर्धारित किए गए थे। वहीं दूसरे स्तर की परीक्षा में चार खंड में प्रश्न थे। चौथे खंड में विज्ञान, गणित और एसएसटी के प्रश्न थे। इसमें ६० सवाल आए थे। वहीं पहला खंड मनोविज्ञान, दूसरा और तीसरा खंड भाषा का था। पहले 3 खंडों में 30.30 बहुविकल्प प्रश्न थे। हर खंड 30.30 अंक का था। चौथे खंड में 60 अंक के लिए 60 प्रश्न पूछे गए।
पेपर आया आसान
प्रथम स्तर की परीक्षा देने वाले कुलदीप ने कहा कि पेपर काफी आसान आया था। मुझे लगता है कि मैं पास हो जाऊंगा।वहीं राज्य सरकार की ओर से की गई व्यवस्थाओं को लेकर भी कुलदीप का कहना था कि यहां खाने पीने और रहने में कोई समस्या नहीं आई। पता नहीं था कि सरकार इतना अच्छा इंतजाम करेगी। परीक्षा केंद्र पर भी परीक्षा समाप्त होने के बाद हमें फल वितरित किए गए।
हाई जाएगी कटऑफ
फुलेरा से आई हेमलता का कहना था कि तीन साल से पढ़ाई कर रही थी। अब परीक्षा हो गई तो राहत की सांस ली है।पेपर तो आसान ही लगा इसलिए कटऑफ हाई जाने की पूरी संभावना है। अपनी तरफ से पूरी मेहनत की है अब देखते हैं कि क्या होता है।
सफल होगी मेहनत
नागौर के डेगााना से आए कुलदीप सिंह राठौड़ ने कहा कि पर्यावरण में कुछ सवाल टफ लगे लेकिन हिंदी के सवाल आसान थे। मनोविज्ञान के सवाल नॉर्मल तो गणित के कुछ सवाल अवश्य ट्रिकी थे। मुझे लगता है मेरी मेहनत सफल होगी। उन्होंने कहा कि वह एक दिन पहले ही जयपुर आ गए थे। यहां सामाजिक संगठनों ने अभ्यार्थियों के लिए अच्छी व्यवस्थाएं की हैं।
परीक्षा देकर निकले एक अन्य अभ्यार्थी का कहना था कि मैंने दो लेवल की परीक्षा थी, पेपर काफी आसान था, ढाई साल से पढ़ाई कर रहा था। परीक्षा पहले चार बार स्थगित हो चुकी थी इसलिए मन में डर था कि कहीं पेपर फिर से स्थगित नहीं हो जाए।