स्कूल में देर तक रूकती थी छात्राएं, फिर एग्जाम में आते थे पूरे नंबर, अंदर होता था ऐसा काम
दुनिया में टीचर को भगवान की तरह पूजा जाता है. खासकर भारत में गुरुओं एक दर्जा काफी ऊपर रखा गया है. एक स्टूडेंट को पढ़ाई-लिखाई के अलावा देश-दुनिया, सही-गलत का ज्ञान टीचर ही करवाता है. घर पर मां-बाप के बाद टीचर ही बच्चे के भविष्य को मजबूती देने का काम करते हैं. लेकिन कई बार ये टीचर अपना फर्ज भूल जाते हैं.
राजस्थान के बाड़मेर में एक टीचर का ऐसा शर्मनाक चेहरा सामने आया, जिसने सबको अचम्भित कर दिया. ये टीचर छात्राओं को एग्जाम में अच्छे अंक देने का लालच देकर उनका यौन शोषण कर रहा था. मामले का खुलासा तब हुआ जब बच्चियां स्कूल जाने से कतराने लगीं. ढाई साल में दस से पंद्रह छात्राओं ने स्कूल छोड़ दिया था. जब जांच की गई तो टीचर का कारनामा सामने आया.
टीना डाबी तक पहुंचा मामलाबाड़मेर के सरकारी स्कूल के टीचर मोतीराम के खिलाफ गांव के लोगों ने मामला दर्ज करवाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि एग्जाम में अच्छे अंक देने का झांसा देकर आरोपी ने गांव की पंद्रह लड़कियों को फंसाया और उनके साथ गलत हरकतें की. मामले को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर टीना डाबी को ज्ञापन सौंपा है. इसपर कार्यवाई करते हुए टीना डाबी ने पुलिस और शिक्षा विभाग को कार्यवाई करने का ऑर्डर दिया है.
ऐसे फंसाता था लड़कियों कोग्रामीणों का कहना है कि ढाई साल से ये टीचर छात्राओं को फंसा रहा था. बोर्ड में अच्छे अंक देने का झांसा देकर वो छात्राओं को स्कूल में रोक लेता था. इसके बाद उनसे फोन नंबर लेकर अश्लील बातें भी करता था. ग्रामीणों ने पहले भी दो बार उसे समझाया था लेकिन उसने अपनी हरकतें नहीं रोकी. इस वजह से अब कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है.
FIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 11:31 IST